सपा-बसपा से जीते अल्पसंख्यक सांसद
उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट सीट में से एक रामपुर लोकसभा सीट से आजम खान ने भाजपा की जया प्रदा को हराकर पहली बार लोकसभा पहुंचने में कामयाबी हासिल की है। आजम की पत्नी राज्यसभा सांसद हैं। मुरादाबाद लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के एचटी हसन ने जीत हासिल की है। जबकि संभल लोकसभा सीट से डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क सांसद चुने गए हैं। यह भी गठबंधन में सपा के उम्मीदवार थे। अमरोहा लोकसभा सीट से बीएसपी के उम्मीदवार दानिश अली जीते हैं। सहारनपुर लोकसभा सीट से महागठबंधन के बसपा उम्मीदवार हाजी फजलुर्रहमान ने जीत हासिल की है तो गाजीपुर लोकसभा सीट से बसपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी सांसद चुने गए हैं।
उपचुनाव में हुई थी जीत
2014 के लोकसभा चुनाव से उत्तर प्रदेश में एक भी मुस्लिम सांसद लोकसभा नहीं पहुंच पाया था। यह सूखा 31 मई 2018 को तब टूटा था जब कैराना लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा समर्थित रालोद उम्मीदवार तबस्सुम हसन भाजपा की मृगांका सिंह को 46000 वोटों से हराकर जीतीं थीं।
2004 में जीते थे 10 मुस्लिम सांसद
इसके पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में यूपी से 7 और 2004 के चुनाव में 10 मुस्लिम सांसद चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। भारतीय चुनावी इतिहास में पूरे देश से सबसे ज्यादा 49 मुस्लिम सांसद 1980 में संसद पहुंचे थे।
यूपी में 19 फीसदी मुस्लिम आबादी
2011 की मतगणना के अनुसार यूपी की कुल आबादी में मुस्लिम आबादी का हिस्सा 19.23 प्रतिशत है। यूपी के शहरों में 10.64 और ग्रामीण इलाकों में 8.59 प्रतिशत मुस्लिम आबादी रहती है।
सपा,बसपा-कांग्रेस ने खड़े किए थे मुस्लिम उम्मीदवार
बसपा इस बार प्रदेश में 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। जिनमें से 6 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार पार्टी ने उतारे थे। वहीं कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी और उसने 8 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था। समाजवादी पार्टी ने ४ मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे इसमें से तीन जीतने में कामयाब रहे। भाजपा ने इस बार भी एक भी मुस्लिम को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था।