उल्लेखनीय है कि एक सभा के दौरान भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर उक्त लोगों ने अभद्र टिप्पणी की थी। अदालत ने उक्त दोनों के खिलाफ एक दिन पूर्व कुर्की का आदेश जारी करते हुए हजरतगंज इंस्पेक्टर को कार्यवाही रिपोर्ट 22फरवरी2021 तक देने का आदेश दिया था। अदालत ने पूर्व में गत 21अक्टूबर कोदोनों आरोपियों को भगोड़ा घोषित किया था । मामले में बसपा के पूर्व सचिव मेवालाल गौतम, अतहर सिंह व नौशाद अली भी अभियुक्त है।
अभियोजन के अनुसार मामले की वादिनी दया शंकर सिंह की माता तेतरी देवी ने 22जुलाई 2016 को थाना हजरतगंज लखनऊ में नामजद रिपोर्ट नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर ,मेवालाल , बसपा सुप्रीमो मायावती आदि के खिलाफ लिखाई। तेतरा देवी ने रिपोर्ट में कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने 20जुलाई2016 को राज्यसभा में उनकी पुत्री,नातिन व बहु व परिवार की सभी महिलाओं के खिलाफ गालियां व अपशब्द कहे और इसकेदूसरे दिन नसीमुद्दीन, मेवालाल, व राम अचल राजभर ने अम्बेडकर प्रतिमाके पास दया शंकर सिंह को गालियां दी व अपशब्द कहे।