अखिल भारतीय संत समिति की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया कि संतों की यह सभा विश्व हिन्दू परिषद को यह आदेश देती है कि विश्व के सभी हिन्दू धर्मावलम्बी तथा रामभक्तों से सम्पर्क कर मंदिर निर्माण हेतु धनसंग्रह के पुनीत कार्य में लगें। इसमें देश के सभी संत भी जुटेंगे। प्रस्ताव में कहा गया कि बैठक आह्वान करती है कि देश की संत शक्ति सभी जातीय भेदभाव मिटाकर समरस समाज बनाने के अपने कार्य को तीव्रगति दें, ताकि परिवार परम्परा को पुनः स्नेह और धर्मपालन से मजबूत किया जा सके। इससे अपनी बहन-बेटियों को किसी के बनावटी प्रेमजाल में पड़ने से भी बचाया जा सकेगा। धर्म परिवर्तन कर चुके लोगों से हिंदू धर्म में वापसी भी अपील की गई।
अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा गया कि बीते कुछ वर्षों में भारत की केंद्रीय सत्ता में राष्ट्रीय हितों एवं भारतीय संस्कृति के प्रति सकारात्मक चिंतन व कार्य से युक्त सरकार के आने के बाद अनेक क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण कार्य हुए हैं। इनमें श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के मार्ग को प्रशस्त करने के साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर समेत देश के सभी प्रतिष्ठित तीर्थस्थलों के विकास की योजना को मूर्त रूप देना आदि शामिल हैं।