वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग पर नजर रखने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम गठित की गई थी। इसी टीम ने नीट परीक्षा के लिए सारनाथ स्थित एक सेंटर पर संदेह के आधार पर लड़की को पकड़ा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि लड़की दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि सॉल्वर छात्रा और मूल अभ्यर्थी का चेहरा काफी हद तक एक दसरे से मिलता था। बाकी का काम फोटोशॉप ने कर दिया। पकड़ी न जाये इसलिए गैंग ने उससे सैकड़ों बार मूल अभ्यर्थी के हस्ताक्षर का अभ्यास कराया।
मां के कहने पर बनी सॉल्वर
पकड़ी गई सॉल्वर लड़की पटना के संदलपुर वैष्णव कॉलोनी की रहने वाली बताई जा रही है। उसके पिता सब्जी बेचते हैं। मां के कहने पर ही पैसों के लालच में वह सॉल्वर बनी थी।
पकड़ी गई सॉल्वर लड़की पटना के संदलपुर वैष्णव कॉलोनी की रहने वाली बताई जा रही है। उसके पिता सब्जी बेचते हैं। मां के कहने पर ही पैसों के लालच में वह सॉल्वर बनी थी।
53 केंद्रों पर थी नीट परीक्षा
वाराणसी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से रविवार को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी। जनपद के 53 केंद्रों पर करीब 30,000 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में परीक्षार्थियों की करीब 86 फीसद उपस्थिति रही।
वाराणसी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से रविवार को नीट परीक्षा आयोजित की गई थी। जनपद के 53 केंद्रों पर करीब 30,000 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में परीक्षार्थियों की करीब 86 फीसद उपस्थिति रही।