इतना ही नहीं लखनऊ नगर निगम उन भूखंड मालिकों के हाउस टैक्स बिल में भी जुर्माने की रकम को जोड़ने जा रहा है, जिन्होंने पिछले साल लगाए गए जुर्माने की रकम को अदा नहीं किया है। इस आदेश को लागू करने के पीछे जो वजह थी उसकी वजह बताते हुए राजधानी के नगर आयुक्त ने कहा कि लखनऊ में खाली भूखंडों पर कूड़ा एकत्र करने की परंपरा सी बनती जा रही है, जिसे हटाने के बाद फिर से कूड़ा एकत्र हो जाता है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल ही कई लोगों पर जुर्माना भी लगाया गया था, जिनके भूखंड पर कूड़ा व मलबा पाया गया था लेकिन अधिकांश ने जुर्माने की रकम अदा नहीं की थी। अब नगर निगम उनके हाउस टैक्स के बिल में जुर्माने की रकम को भेजने जा रहा है। इसी तरह अब किसी भी भूखंड पर कूड़ा पाया गया तो उसके मालिक को जुर्माने की रकम को जोड़कर हाउस टैक्स का बिल भेजा जाएगा।
लखनऊ की सभी कॉलोनियों में खाली पड़े हैं प्लॉट दरअसल, भूखंड पर कब्जा न हो, इसके लिए उसके मालिक कूड़ा पडऩे का विरोध तक नहीं करते हैं लेकिन उससे गंदगी बनी रहती है। कुछ साल पहले गोमतीनगर जैसी पाश कालोनी में ही दस हजार खाली भूखंडों को चिंहित किया गया था और यहां की आवासीय महासमिति ने भूखंडों का आवंटन रद करने तक की मांग की थी। ऐसा ही हाल एलडीए की अन्य कालोनियों के साथ अनियोजित कालोनियों का भी है, जहां लोगों ने भूखंड तो खरीद रखा है लेकिन डेढ़ दशक से वहां कोई निर्माण नहीं कराया है। इसलिए अगर आपके पास भी कोई खाली पड़ी ज़मीन है और उस पर कूड़ा पड़ा है तो तुरंत सफाई करवा लीजिए वरना दिक्कत हो सकती है।