EPFO के नियमानुसार अगर कोई PF की पूरी राशि आहरित यानी निकालता है तो उस पर कोई टैक्स नहींं लगाया जाता है। इस तरह नया वेज कोड लागू होने पर जब बेसिक वेतन 50 फीसदी से ऊपर होगा तो उस पर पीएफ योगदान कटौती के साथ पीएफ फंड भी अधिक ही होगा। अर्थात कर्मचारी के रिटायरमेंट तक उसके पास पहले से कहीं अधिक PF बैलेंस होगा। इसे हम आपको एक उदाहरण के जरिये बताते हैं। जैसे मान लियाा जाय कि आपकी उम्र 35 वर्ष है और वेतन 60 हजार रुपये प्रति माह है। इस तरह आपका 10 प्रतिशत वार्षिक इंक्रीमेंट भी मान लें तो मौजूदा पीएफ ब्याज दर 8.5 फीसदी के साथ रिटायरमेंट पर 25 साल बाद आपका कुल पीएफ बैलेंस 1 करोड़ 16 लाख 23 हजार 849 रुपये हो जाएगा।
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12वीं पास युवाओं के लिए यूपी पुलिस में निकली बंपर भर्तियां, जल्द करें आवेदन करोड़पति बनकर ही होंगे सेवानिवृत्त वहीं, वर्तमान EPF योगदान से PF बैलेंस की तुलना की जाए तो रिटायरमेंट पर पीएफ बैलेंस की राशि 69 लाख 74 हजार 309 रुपये बैठती है। अर्थात नए वेज कोड से पीएफ बैलेंस पुराने फंड से कम से कम 66 प्रतिशत अधिक होगा। इस तरह अगर नया वेज कोड लागू हुआ तो यह तय है कि आप करोड़पति बन कर ही सेवानिवृत्त होंगे।
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कोरोना वायरस की नई गाइडलाइन जारी, नाइट कर्फ्यू पूरी तरह खत्म, जानें क्या छूटे मिलीं ग्रेच्युटी में भी परिवर्तन नए वेज कोड के तहत पीएफ की तरह ही कर्मचारियों की ग्रेच्युटी में भी परिवर्तन आएगा। ग्रेच्युटी की गणना अब बड़े आधार पर की जाएगी। इसमें बेसिक वेतन के साथ दूसरे भत्ते जैसे ट्रैवल, स्पेशल भत्ता आदि भी शामिल हैं। ये सब कंपनी के ग्रेच्युटी खाते में ही जोड़ा जाएगा।