बता दें कि कोरोना संक्रमण एक बार फिर लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। आलम यह है कि अस्पतालों में बेड तक कम पड़ने लगे हैं। इतना ही नहीं, शमशान घाटों पर शवों की लाइन लग गई है। जिसके चलते कई जिलों में शमशान पर टोकन सिस्टम तक शुरू करना पड़ा है। यूपी में पिछले 24 घंटे में 22,439 नए केस आए हैं। जिनमें लखनऊ में रिकॉर्ड 5183, प्रयागराज में 1888, वाराणसी में 1859, कानपुर में 1263 केस, गोरखपुर में 750 केस सामने आए हैं। बिगड़ते हालातों के मद्देनजर योगी सरकार ने अब सख्त नाइट कर्फ्यू का समय भी बदल दिया है।
यह भी पढ़ेंं: लॉकडाउन की आशंका पर ट्रेनों में बढ़ी भीड़, प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए चलीं 13 और ट्रेनें अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों को लेकर भी निर्देश योगी सरकार ने दूसरे राज्यों से यूपी में आ रहे प्रवासियों को लेकर भी नए दिशा-निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि सभी प्रवासियों का कोरोना टेस्ट करवाना अनिवार्य है। इस दौरान जिन भी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, उन्हें 14 दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। इसके अलावा जो लोग लक्षणविहीन रहेंगे, उन्हें 7 दिन तक होम आइसोलेशन में रहना होगा।
ऑक्सिजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की निगरानी के भी आदेश सीएम योगी ने बैठक के दौरान कोविड से बचाव के लिए उपयोगी रेमडेसिविर और ऑक्सिजन की उपलब्धता पर निगरानी रखने के भी आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुख्य सचिव के स्तर से नजर रखी जाए और इसकी रोज समीक्षा की जाएगी। सभी जनपदों में कोविड मरीजों के लिए बेड या ऑक्सिजन की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। जिलेवार हर दिन स्थिति की समीक्षा भी की जाए। इसके अलावा सीएम ने लखनऊ में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिन्द मेडिकल कॉलेज को भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल बनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अगले 2 दिनों में इन अस्पतालों के अंदर अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराए जाएं।