उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अच्छी है। हमलोग इसे और सुधारने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में फिलहाल 3579 लोग आइसोलेशन वार्ड में हैं और 7895 लोगों को फैसिलिटी क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इलाजरत मरीजों में से 78 को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। वहीं मात्र 6 लोग वेंटिलेटर पर हैं। बाकी के सभी मरीजों की स्थिति ठीक है और उनका इलाज चल रहा है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि बुधवार को सैंपल जांच के मामले में हम 10 हजार को पार कर गए, कुल 10 हजार 563 नमूनों की जांच हुई। उन्होंने कहा कि हम जांच की क्षमता लगातार बढ़ा रहे हैं।
संभवतः 15 जून तक यह संख्या 15 हजार तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि कल विभिन्न जिलों से 11 हजार 291 सैंपल लैब को भेजे गए थे। 5-5 सैंपल के 888 पूल जांच के लिए लगाए गए, जिनमें से 146 में पॉजिटिविटी आई। वहीं 10-10 सैंपल के 99 पूल में से 15 पॉजिटिव निकले। पूल के माध्यम से 5430 सैंपल की जांच हुई है। प्रसाद के अनुसार प्रवासी श्रमिकों और बाहर से आ रहे अन्य लोगों का लगातार सर्वेक्षण किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ताओं ने 12 लाख 39 हजार 380 प्रवासी श्रमिकों और कामगारों का सर्वेक्षण किया है। इसमें से 80 हजार 960 लोगों में कोई न कोई लक्षण थे, इसलिए इनकी कोरोना जांच की गई। इनमें से 2583 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में 28 प्रतिशत प्रवासी हैं।