लखनऊ

टीचर भर्ती में बड़ा फैसला, शिक्षक बनने के लिए नहीं देना होगा इंटरव्यू

टीजीटी स्नातक वेतनमान में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है

लखनऊFeb 13, 2019 / 01:40 pm

Karishma Lalwani

टीचर भर्ती में बड़ा फैसला, शिक्षक बनने के लिए नहीं देना होगा इंटरव्यू

लखनऊ. टीजीटी स्नातक वेतनमान में भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। टीजीटी के पदों में इंटरव्यू की व्यवस्था को खत्म करने का फैसला लिया है। अब केवल लिखित परीक्षा परिणाम की मेरिट के आधार पर ही शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इससे संबंधित प्रस्ताव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में मंजूरी मिल गई है।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करेगा प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती

यूपी माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड नियमवाली-1998 में पांचवें संशोधन को मंजूरी दी गई है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अभी तक हाईस्कूल (टीजीटी) और इंटर (पीजीटी) की परीक्षा कराता है। अब तक दोनों भर्तीयों में लिखित परीक्षा के बाद इंटरव्यू भी होता है लेकिन अब टीजीटी में केवल लिखित परीक्षा होगी। वहीं, हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों से संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में कक्षा 8 तक पढ़ाने के लिए शिक्षकों की भर्ती अभी तक प्रबंधतंत्र करता है। अब यह अधिकार माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड को दे दिया गया है। लेकिन इसमें बेसिक शिक्षा नियमवाली-1981 लागू होगी।
बता दें कि टीजीटी पास शिक्षक 6 से 10वीं क्लास के बच्चों को पढ़ाते हैं। वहीं पीजीटी के शिक्षक सेकेंडरी और सीनीयर सेकेंडरी के बच्चों को पढ़ाते हैं। टीजीटी और पीजीटी दोनों ही परीक्षाएं राज्य स्तर पर आयोजित कराई जाती हैं। उत्तर प्रदेश में यह परीक्षा लोकप्रिय है। हर साल लाखों उम्मीदवार टीजीटी और पीजीटी के लिए आवेदन करते हैं।
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