scriptशुक्रवार को यूपी में अदालत में काम नहीं करेंगे वकील | no work in UP courts due to murder of advocate of bar council | Patrika News

शुक्रवार को यूपी में अदालत में काम नहीं करेंगे वकील

locationलखनऊPublished: Jun 12, 2019 09:17:33 pm

Submitted by:

Anil Ankur

वकील की हत्या पर अधिवक्ताओं और विपक्ष ने सरकार को घेरा

patrika

no work in UP courts due to murder of advocate of bar council no work in UP courts due to murder of advocate of bar council

लखनऊ। आगरा में बार कौंसिल की अध्यक्षा की हत्या के विरोध में समूचा अधिवक्ता संघ और विपक्ष एक मंच पर आ गया है। इसी के साथ वकीलों और विपक्ष ने सरकार को घेर लिया है। कानून व्यवस्था की हालत की दुहाई वकीलों द्वारा दी जाने लगी है। वकीलों ने अधिवक्ताओं की सुरक्षा की मांग उठाई है। शुक्रवार को अदालतों के काम किसी भी स्तर पर प्रदेश भर के अधिवक्ता नहीं करेंगे। वहीं सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने घटना की निंदा की है।

वकीलों ने की निंदा, सुरक्षा की मांग

यूपी के वकीलों की स्थिति को राष्ट्रीय स्तर पर रखने वाले बार कौंसिल आफ इंडिया के सदस्य अमरेन्द्र त्रिपाठी ने कहा है कि कल शोक दिवस रहेगा। इस प्रकरण को वह पूरी ताकत से राष्ट्रीय कार्य समिति के समक्ष उठाएंगे। बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश के पूर्व चेयरमेन अजय शुक्ल का कहना है कि प्रदेश का अधिवक्ता समाज अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। यह अत्यंत दुखद व स्तब्ध कारी घटना है। उन्होंने अधिवक्ताओं की सुरक्षा की मांग की है। सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री निपेन्द्र पांडेय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि यह दुर्भाग्य पूर्ण घटना है। यह अधिवक्ता समाज के लिए यह दुखद घटना है। ऐसा होना नहीं चाहिए। बार कौंसिल आफ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अजय शुक्ल ने इस घटना की निंदा करते हुए मांग की है कि सरकार वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित कराए।

राजब्बर, अखिलेश और माया ने जताई चिंता

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बार कौंसिल, उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुश्री दरवेश की आगरा में हत्या पर दु:ख जताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। सुश्री दरवेश यादव एडवोकेट को दिन दहाड़े आगरा की कचहरी परिसर में ही गोली मार देने से राज्य में कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई है। यह घटना झकझोर देने वाली है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में जिलों के अधिकारियों की बैठक में कानून-व्यवस्था के मामले में जीरों टॉलरेंस का दावा कर रहे थे और ठीक उसी समय आगरा में उक्त जघन्य अपराधिक घटना घट गई। क्या यही कानून-व्यवस्था की सच्चाई है? मायावती ने भी अपने बयान में इस घटना को प्रदेश की कानून व्यवस्था की सच्चाई से जोड़ा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि जब कानून की पैरवी करने वालों की स्थिति यह है तो आम जनता कितनी सुरक्षित होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
शासन ने एलर्ट किया जारी

दूसरी ओर शासन ने इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में एलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी को निर्देश दिए हैं कि किसी भी हालत में शुक्रवार को अधिवक्ताओं के साथ कोई अराजकता की स्थिति न पैदा होने पाए। इसके लिए सम्बन्धित जिलों के कप्तान जिम्मेदार होंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो