उल्लेखनीय है कि भाजपा में इन दिनों टिकट को लेकर मारा मारी चल रही है। कहा जा रहा है कि भाजपा के मंत्री अपने नजदीकियों को टिकट दिलवाने में सफल रहे हैं वहीं भाजपा के विधायकों को संगठन ने नजरंदाज किया। इस बात से पार्टी के विधायक नाराज थे। यही कारण है कि फतेहपुर में यह घटना हो गई।
इसके पहले प्रतापगढ रायबरेली के विधायक ने अपने ही मंत्री के खिलाफ मुहिम चलाई थी कि वह उनकी नहीं सुनते और अधिकारी भी भाजपा के विधायकों की नहीं सुनते। इस बात को लेकर भाजपा में नाराजगी बढती जा रही है। भाजपा के लखनउ के विधायक सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने आरोप लगाया था कि अधिकारी विधायकों की नहीं सुनते। मंत्रियों की तरफदारी करने पर संगठन से भाजपा के पदाधिकारी नाराज हैं। अब यही नाराजगी टिकट के समय सडक पर दिखाई दे रही है।