यूपी समेत सभी राज्यों में एक नवम्बर से लागू होने वाले इस नए सिस्टम को DAC का नाम दिया जा रहा है यानी डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड। पहले 100 स्मार्ट सिटी में यह सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके बाद अन्य शहरों में। जयपुर सिटी में इसका पायलट प्रोजेक्ट पहले से ही चल रहा है।
जानिए क्या होगा गैस सिलेंडर बुकिंग का नया तरीका
अगर आपका सिलेंडर खत्म हो गया है तो आपको सबसे पहले रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से बुकिंग करनी होगी इसके बाद आपके नम्बर पर एक कोड भेजा जाएगा और उस कोड को जब तक आप डिलीवरी ब्वाय को नहीं दिखाएंगे तब तक सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी। अगर किसी कस्टमर का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है तो डिलीवरी ब्वाय के पास एक ऐप होगा, जिसके जरिए आप जरूरी दस्ताबेज दिखाकर रियल टाइम अपना नंबर अपडेट करवा सकेंगे और उसके बाद कोड जनरेट हो जाएगा।
कॉमर्शियल गैस सिलेंडर पर लागू नहीं होगा यह नियम
नए सिस्टम से उन कस्टमर्स की मुश्किलें बढ़ जाएंगी, जिनका पता और मोबाइल नंबर गलत हैं तो इस वजह से उन लोगों की सिलेंडर की डिलीवरी रोकी जा सकती है। तेल कंपनियां इस सिस्टम को पहले 100 स्मार्ट सिटी में लागू करेंगी। इसके बाद धीरे-धीरे दूसरी सिटी में भी लागू कर सकती हैं। ये सिस्टम कॉमर्शियल गैस सिलेंडर पर लागू नहीं होगा।