सूत्रों की माने तो गोमती नगर रिवर फ्रंट के सौन्दर्यीकरण के नाम पर अब तक खर्च किए गए 1500 करोड़ के कथित घोटाले को लेकर मंगलवार तक कार्रवाई शुरू की जा सकती है। ईडी ने इस पर अपना होमवर्क पूरा कर लिया है। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि अब तक किए गए प्रोसेस पर इसे अमली जामा पहनाना जरूरी है। ईडी के अधिकारी बताते हैं कि अखिलेश यादव की उस चल व अचल सम्पत्ति की सूची तैयार कर ली गई है जिसे अटैच करना है।
उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण में जांच कर रही केन्द्रीय एजेंसियों ने सम्बन्धित इंजीनियरों की एक करोड़ रुपए की सम्पत्ति अटैच कर ली थी। इससे पहले योगी सरकार ने रिवर फ्रंट सौन्दर्यीकरण के मामले जांच का काम तेजी से शुरू करने के साथ ही इसमें हुए घोटाले की सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिए थे। सूत्रों का कहना है कि इसमें कुछ प्रकरण अखिलेश यादव से जुड़े हुए हैं।
ईडी इस घोटाले में पीएमएलए के अधीन आपराधिक मुकदमा लिखाने में इसलिए असफल हो गई क्यों कि यूपी पुलिस ने इससे पूर्व ही करीब आठ अभियंताओं के खिलाफ आर्थिक अपराध व अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट लिखा दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद सीबीआई ने जांच शुरू तो कर दी पर अब तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है। अब ईडी इस प्रकरण को जांच के बाद कार्रवाई करने की तैयारी में है।