शासन ने इस परेशानी को देखते हुए विभाग को दिशा-निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग का कहना है कि शिक्षकों को उनके निवास स्थान से 9 किलोमीटर के दायरे में किसी स्कूल में तैनाती दी जानी है। इसके लिए बीईओ के माध्यम से सभी शिक्षकों के बारे में यह सूचना एकत्र की जा रही है कि किस शिक्षक का निवास स्थान कहां है और उनकी नियुक्ति कहां है। शिक्षकों का कहना है कि शासन के इस फैसले के बाद शिक्षकों को हर दिन समय से स्कूल पहुंचने में काफी आसानी होगी। इसके साथ ही उनका बच्चों को पढ़ाई कराने में और ज्याद मन लग जाएगा।
शिक्षकों का कहना है कि शहरी क्षेत्र के शिक्षकों को भत्ता मिलता है। इसलिए भी शिक्षक ग्रामीण इलाकों के स्कूल में जाना नहीं चाहते। अगर शहर की तरह ग्रामीण इलाकों के शिक्षकों को भी भत्ता मिले तो स्थिति और भी बेहतर हो सकेगी। बीएसए सभी अध्यापकों के निवास स्थान के बारे में ब्योरा मांगा गया है। नए शासनादेश में शिक्षकों को उनके निवास स्थान के पास नियुक्ति दी जानी है।