अभी तक सिर्फ कोरोना संक्रमण की पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर ही मुख्य चिकित्सा अधिकार (सीएमओ) कार्यालय से मरीज को फोन कर जानकारी दी जाती है, जबकि नेगेटिव रिपोर्ट वालों को सूचना नहीं दी जाती। कई बार समय पर सही सूचना न देने की भी शिकायतें सामने आ रही थीं, लेकिन अब वेबसाइट से रिपोर्ट मिलने पर यह शिकायतें खत्म हो जाएंगी।
78.7 फीसद का रिकवरी रेट दे रहा राहत
यूपी में कोरोना संक्रमण बीते दिनों में तेजी से बढ़ा है। अब तक मिले कुल मरीजों में से 75 फीसद तो बीते डेढ़ महीने में ही सामने आए हैं। हालांकि 78.7 फीसद का रिकवरी रेट कुछ राहत भी दे रहा है। मार्च से लेकर जुलाई तक के पांच महीनों के दौरान प्रदेश में कोरोना के केवल 85,916 रोगी मिले थे, जबकि अगस्त और सितंबर में अब तक के करीब डेढ़ महीने में ही 2,56,872 मरीज मिल चुके हैं। अगस्त में यह संख्या 1,42,472 और सितंबर में 18 दिनों में 1,14,400 है। मार्च से जुलाई तक कोरोना काबू में था। बता दें कि लॉकडाउन व सख्ती के चलते लोग भी पूरी सावधानी बरत रहे थे, लेकिन आर्थिक गतिविधियों को शुरू करना भी सरकार की मजबूरी है। ऐसे में आम लोगों से ही बचाव के सभी उपायों का सख्ती से पालन करने की अपेक्षा की जा रही है।
यूपी में अभी तक मिले कुल 3,42,788 मरीजों में से 2,70,094 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं, लेकिन फिर भी सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। यूपी में इस समय 67,825 लोग कोरोना से संक्रमित हैं, जिसमें 35,124 मरीज होम आइसोलेशन में अपना इलाज करा रहे हैं। वहीं 3,926 रोगी प्राइवेट अस्पताल में हैं, जबकि 202 लोग होटलों में आइसोलेट हैं।