(sexual and reproductive) डा. अभिलाषा ने बताया- इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए एएफएचएस (अर्श) काउंसलर और प्रजनन व मातृ-शिशु और किशोर,किशोरी स्वास्थ्य (आरएमएनसीएचए) काउंसलर को एक मंच पर लाकर पिछले दिनों प्रशिक्षण दिया गया। इसका मकसद यही था कि वह किशोर -किशोरियों को परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों के बारे में सही जानकारी दें क्योंकि बाँझपन और मातृ मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण असुरक्षित गर्भपात भी है। (sexual and reproductive)इसलिए अगर समय से किशोर-किशोरियों को सही जानकारी दी जाये तो आगे चलकर वह सही निर्णय लेंगे और इस तरह की समस्या का समाधान आसानी से कर लेंगे। इसके साथ ही किशोरों को इस बात के लिए मानसिक रूप से तैयार भी करना है कि सुखी परिवार के लिए केवल महिला ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि उनकी भी बराबर की जिम्मेदारी है।
(sexual and reproductive) नोडल अधिकारी ने बताया-स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन से संबंधित अपने मूलमंत्र आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी-सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी, को अधिक से अधिक लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया । (sexual and reproductive) प्रशिक्षण में जिला चिकित्सालयों और ब्लॉक सीएचसी सहित जिले भर से अर्श काउंसलर और परिवार नियोजन काउंसलर ने प्रतिभाग किया, (sexual and reproductive) जिसमें उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई (यूपीटीएसयू) के प्रशिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षित किया गया।