इतना ही नहीं केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं के वह सभी लाभार्थी भी शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा बनेंगे, जिनके जीवनस्तर में पिछली सरकार ने आमूलचूल बदलाव किया था। आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च, 2017 को पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। तब शपथ ग्रहण समारोह आशियाना स्थित कांशीराम स्मृति उपवन में हुआ था। उससे पहले 2012 में सपा की सरकार बनने पर शपथ ग्रहण समारोह लामार्टीनियर ग्राउंड में हुआ था। अब पहली बार इतने विशाल स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
बेहद मजूबत रहेगी सुरक्षा संभावना है कि शपथ ग्रहण समारोह के दौरान स्टेडियम में 75 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी रहेगी। जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने इकाना स्टेडियम के भीतर व बाहर दोहरे सुरक्षा घेरे का मजबूत खाका खींचने में जुटा है। अभेद्य सुरक्षा-व्यवस्था के साथ वीआइपी रूट से लेकर अन्य मार्गों पर यातायात प्रबंधों को लेकर कसरत शुरू हो गई है। स्टेडियम के आसपास भी पीएसी व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा।
खासकर फैजाबाद रोड, शहीद पथ व रायबरेली रोड से स्टेडियम की ओर आने-जाने वाले सभी मार्गों का रूट चार्ट तैयार कर उससे आने वाले यातायात को देखा जा रहा है। अमौसी एयरपोर्ट से स्टेडियम तक एक वीआइपी रूट भी तैयार किया जायेगा। कई आइपीएस अधिकारियों को अलग-अलग सुरक्षा प्रबंधों की जिम्मेदारी सौंपे जाने की भी तैयारी है, जिससे किसी स्तर पर कहीं कोई चूक न हो। वहीं जल्द ही एसपीजी के अधिकारी इकाना स्टेडियम का निरीक्षण कर सुरक्षा प्रबंधों को परखेंगे। जिसके बाद ही उन्हें अंतिम रूप दिया जायेगा।