दिल्ली में गत दिवस भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में ओम प्रकाश राजभर की इस मांग को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है कि पिछड़ा वर्ग के आरक्षण की तीन केटेगरी की जाएं। अभी इसकी दो केटेगरी हैं। एक पिछड़ा वर्ग और दूसरा अति पिछड़ा वर्ग। राजभर इसे तीन श्रेणियों बाटने की बात कर रहे हैं। अमित शाह के समक्ष हुई बैठक में कहा गया कि इस पर फैसला लोकसभा चुनाव के बाद लिया जाएगा। अभी अहम मुद्दा पिछड़ों को आरक्षण की श्रेणियां बाटने का नहीं है बल्कि लोकसभा चुनाव में विजय हासिल करने का है।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और अपना दल (सोनेलाल गुट) को लोकसभा चुनाव में गठबंधन के तहत दी जाने वाली सीटों पर विचार आगामी 26 फरवरी को होगा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में यह बैठक बुलाई है। इसमें तय होगा कि भाजपा के सहयोगी दलों को कितनी सीटें दी जाएं। इस बैठक में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष मंत्री ओमप्रकाश राजभर भी इस बैठक में शामिल होंगे। अपना दल (सोनेलाल) के अध्यक्ष को भी बुलाया गया है।
26 फरवरी को होने वाली इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी बुलाया जा सकता है। सहयोगी दलों को दी जाने वाली सीटों पर विचार विमर्श किया जाएगा। बरेली से फर्रूखाबाद, इलाहाबाद से बुंदेलखंड व पूर्वांचल के कुर्मी और राजभरकी अधिकता वाली करीब दर्जन भर सीटों पर दोनों सहयोगी दल दावा कर रहे हैं। इन पर भी सीटों के बटवारे को लेकर चर्चा की जाएगी।
सीटों के बटवारे और पिछड़ो्रं को हक दिलाने की जुगत में लगे इन दलों को यूपी सरकार ने बड़े बंगले देकर फुसलाने की कोशिश की है। ओम प्रकाश राजभर लम्बे समय से बड़े बंगले की मांग कर रहे थे। प्रदेश सरकार ने जखनिया से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक त्रिवेणी राम को बुधवार को राजभवन कालोनी में टाइप सिक्स आवास संख्या दो आवंटित किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर का कहना है कि इस बंगले को विधायक के आवास के साथ ही पार्टी कार्यालय के रूप में भी प्रयोग किया जाएगा। इससे पहले अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएलसी आशीष पटेल को भी प्रदेश सरकार ने बड़ा बंगला उस वक्त दिया था जब अपना दल सरकार पर तरह तरह के दबाव बना रहा था। इनके भी इस बंगले के एक हिस्से से पार्टी कार्यालय चल रहा है। सपा के विधायक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई है और सरकार ने उन्हें भी एक बड़ा बंगला दे दिया गया है।