सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि सरकार के तानाशाही रवैये ने अंग्रेजी हुकूमत की याद दिला दी। कहा कि तब अंग्रेजी हुकूमत को पीछे हटना पड़ा था, अब इस सरकार को भी पीछे हटना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जमींदारी प्रथा की तरह पूंजीपतियों के हाथ में खेती की कमान सौपना चाहती है। यह सरकार किसानों की नहीं, बल्कि पूंजीपतियों की आय दोगुनी करने में लगी है।उन्होंने कहा कि 5 फरवरी को सुभासपा और भागीदारी संकल्प मोर्चा के कार्यकर्ता किसानों को जगाएंगे और उनको अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे। इसकी तैयारी पूरी हो गई है। छह फरवरी को शांतिपूर्ण ढंग से सरकार को पत्र भी भेजे जाएंगे।