अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले ओमप्रकाश राजभर योगी कैबिनेट से बर्खास्त होने के बाद आज एक बार फिर मीडिया से रूबरू हुए ओमप्रकाश राजभर ने भागीदारी संकल्प मोर्चा के बैनर तले लगभग 4 राजनैतिक पार्टियों को इकट्ठा किया जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी सहित राष्ट्र उदय पार्टी, राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी, जनता क्रांति पार्टी को एक मंच पर लाया गया। ओमप्रकाश राजभर का कहना था कि यह बीजेपी सरकार पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक और आदिवासी विरोधी है 67 वर्षों से पार्टियों ने गरीबी समाप्त करने के नाम पर गरीबों का वोट लिया है मगर समस्या यह है कि सरकार बनने के बाद सत्ता हाथ आने के बाद पार्टियों ने गरीबी के बजाय गरीबों को खत्म करने वाली योजनाओं को लाने का कार्य किया आज वर्तमान सरकार के निशाने पर ओबीसी वर्ग दलित वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग है इनके साथ मारपीट हो रही है और उन्हें धमकाया जा रहा है और हत्या भी इन्हीं वर्ग की सबसे ज्यादा हो रही है।
ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक बड़ी साजिश के तहत वंचित समाज को धर्म का नशा पकड़ाया जा रहा है ताकि लोग धार्मिक कार्य पूजा-पाठ कावड़ यात्रा सत्संग प्रवचन इत्यादि में रहे और अमीरों एवं सत्या धारियों के बच्चे पढ़ लिखकर उच्च शिक्षा प्राप्त करें और आईएएस आईपीएस बने… ओमप्रकाश राजभर ने भी कहा कि 90% हमारी जनसंख्या होने के बावजूद हम पहले भी गरीब और असहाय थे और आज भी गरीब और असहाय है क्योंकि हमने कभी भी अपनी शक्ति अपने वोट की ताकत को अपने लिए इस्तेमाल नहीं किया और हमने हमेशा अपनी चक्की अपना वह दूसरों को मजबूत करने में किया।
सरकारी सेक्टरों के निजीकरण होने के मामले पर सरकार पर भी फोड़ते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा की एक बड़ी साजिश के तहत नौकरियों का प्राइवेटी करण किया जा रहा है ताकि आरक्षण नौकरियों पर प्रभावी ना हो सके साथ ही साथ ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जनसंख्या के हिसाब से हमारी हिस्सेदारी 90% छोटी-बड़ी नौकरियों पर होनी चाहिए लेकिन ठीक इसके विपरीत हम 10 से 15 फीसदी नौकरियों में है बाकी नौकरियों पर अगड़ी जाती के लोगों का ही कब्जा है
वहीं नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी एक विशेष कम्युनिटी के लोगों को निशाना बना रही हैं ताकि हिंदुओं के वोट उनको मिलते रहे। साथ ही साथ बीजेपी पर बड़ा हमला बोलते हुए ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी को उनकी पार्टी में काम कर रहे मुसलमानों को बाहर निकालने की नसीहत दे डाली। ओमप्रकाश राजभर का कहना था कि पहले बीजेपी शाहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी को निकाले और साथ ही साथ रामलाल को भी निकालें जिन्होंने अपनी भतीजी की शादी मुसलमान के साथ की है। ओमप्रकाश राजभर का कहना था कि बीजेपी हिंदू-मुस्लिम में खाई पैदा करके समाज को बांटने का जो काम कर रही है इसके नतीजे अत्यंत विनाशकारी होंगे।