केरला के कई कलाओं को देखने का मिलेगा मौका पर्यटन मंत्री, कडकंपल्ली सुरेंद्रन ने बताया कि यह मीट्स, आगामी ओनम के त्योहार के साथ शुरु हो रही हैं जिनमें इन शहरों के पर्यटन कारोबार को केरला में पर्यटन उद्योग की 50 से ज्यादा कंपनियों के साथ बात करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहाकि हमें हर शो में हरेक शहर से 60-70 खरीददारों के आने की उम्मीद है। इस पार्टनरशिप मीट में 30 मिनट के लघु सांस्कृतिक कार्यक्रम एक विज़्युअल स्टोरीटेलिंग की प्रस्तुति होगी। जिसमें केरला के विविध कलारूपों एवं यहां के ग्रामीण जीवन तथा लोककथाओं का प्रदर्शन होगा। केरला में 2018 की पहली तिमाही में 38,77,712 घरेलू पर्यटकों के मुकाबले 2019 की पहली तिमाही में 8.07 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 41,90,468 घरेलू पर्यटक आए।
मॉनसून टूरिज़्म रहेगा खास सुरेंद्रन ने कहा कि ओनम सप्ताह का जश्न एवं केरला के खूबसूरत बैकवॉटर्स में चैंपियंस बोट लीग इस सीज़न बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगी। सीबीएल अगस्त की शुरुआत में आयोजित होगी और नवंबर तक चलेगी। आईपीएल फॉर्मेट में तैयार की गई यह लीग इस साल मॉनसून टूरिज़्म का सबसे प्रमुख तत्व है।
हर वीकेंड केरला आने वाला हर टूरिस्ट किसी भी टूरिज़्म बैकवाटर में ‘चैंपियंस बोट रेस’ देख सकेगा। इसका समापन 01 नवंबर (राज्य के स्थापना दिवस) को कोल्लम में प्रेसिडेंट्स ट्रॉफी बोट रेस के साथ होगा। इन वीकेंड्स पर 12 रेस आयोजित होंगी। यह पर्यटकों के लिए एक विश्वस्तरीय अनुभव होगा।
चैंपियंस बोट लीग के अलावा 10 अगस्त को अलप्पुज़ जिले में पुन्नामाडा झील पर मशहूर नेहरु ट्रॉफी बोट रेस होगी; 15 सितंबर को पथनमथिट्टा जिले में अरनमुला में पंबा नदी पर अरनमुला बोट रेस 13 सितंबर को अलप्पुज़ के पयीप्पड़ बैकवॉटर्स में पयीप्पड़ बोट रेस; 10 सितंबर को अलप्पुज़ में पंबा नदी निराट्टुपुरम में उथराड़म तिरुनाल पंबा बोट रेस और 15 जुलाई को अलप्पुज़ में चंपक्कुलम बोट रेस आयोजित होगी। टूरिज़्म सेक्रेटरी रानी जॉर्ज ने कहा कि घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि जनवरी, 2019 के बाद राज्य का पर्यटन पूरी तरह से उबर चुका है। घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि, खासकर बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिलों, इर्नाकुलम, अलप्पुज़ः और इडुक्की में इंगित करती है कि केरला का पर्यटन वापस पटरी पर आ गया है।
उन्होंने कहाकि भारतीय यात्रियों के लिए यह राज्य न केवल आकर्षक एवं संपन्न सांस्कृतिक विरासत से सराबोर होगा, बल्कि ओनम के दौरान उनका विशेष स्वागत भी करेगा। रानी जॉर्ज ने कहा कि हमारा मिशन केरल को सभी स्थानों के यात्रियों के लिए एक आत्मा-हलचल वाली यात्रा के अनुभव के रूप में है। यह एक अपकमिंग पर्यटक, एक बैकपैकर एक साहसिक-साधक एक इतिहास शौकीन या एक हनीमूनर हो सकता है। टूरिज़्म डायरेक्टर पी. बाला किरन ने कहा कि केरला ने अनेक नए और आकर्षक उत्पाद प्रस्तुत किए हैं। जो घरेलू यात्रियों के लिए अनुकूलित किए गए हैं और राज्य को 365 दिन बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करते हैं।
आकर्षण का केंद्र उन्होंने कहाकि एक विशेष आकर्षण जटायु एअर्थ सेंटर है, जहां जटायु की 200 फीट लंबी, 150 फीट चौड़ी और 70 फीट ऊँची मूर्ति लगी है। यह दुनिया में पक्षी की सबसे विशाल मूर्ति है। यह स्थान दक्षिण केरला के मध्य में होने के कारण यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। एक अन्य आकर्षक स्थान भारत का पहला बायोडाईवर्सिटी म्यूजि़यम है। जो तिरुवनंतपुरम की बाहरी परिधि में स्थित है। यह म्यूजि़यम कभी एक बोटहाउस हुआ करता था। जहां पर अब राज्य का पहला साईंस ऑन स्फीयर (एसओएस) सिस्टम है।