बिना भेदभाव करें फंड का पूरा इस्तेमाल अल्पसंख्यक क्षेत्रों में कम खर्च पर सांसदों ने चिंता जाहिर की है। अमरोहा के सांसद दानिश अली ने कहा कि मुस्लिम इलाकों में बुनियादी प्राथमिक देखभाल के लिए अस्पताल बनाने तक का फंड नहीं है। अली ने कहा, “जब केंद्र पैसा जारी कर रहा है तो राज्य सरकार क्यों रोक रही है? यूपी सरकार को बिना किसी भेदभाव के फंड का पूरा इस्तेमाल करना चाहिए।” मुरादाबाद सांसद एसटी हसन ने भी इसे गलत बताया है। उन्होंने कहा कि फंड की कमी मुस्लिमों में नाराजगी बढ़ाएगी। केंद्र और राज्य सरकार को फंड की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
फंड के इस्तेमाल की नहीं जानकारी इस मामले पर यूपी सरकार के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें फंड के कम इस्तेमाल के बारे में नहीं पता था। अधिकारियों ने कहा कि वो ‘केंद्र की स्कीमों को राज्य में लागू करने वाली संस्थाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार’ को कम करने की व्यवस्था कर रहे हैं।
कब कितना खर्च 2016-17 में यूपी ने 14,364 लाख में से 39 प्रतिशत खर्च किए। वहीं, 2017-18 में 15,182 लाख में से 40 प्रतिशत खर्च हुए और 2018-19 में 37,653 लाख में से सिर्फ 31 प्रतिशत ही खर्च किए गए।