आपको बता दें, कि 1983 बैच के आईपीएस ओम प्रकाश सिंह अब तक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में डीजी पद पर तैनात थे। वहीं अब यूपी के नए डीजीपी के तौर पर 30 जनवरी 2020 तक उनका कार्यकाल रहेगा।
पीएमओ ने खारिज किया था प्रस्ताव-
गत 31 दिसंबर को वरिष्ठ आईपीएस सुलखान सिंह के रिटायर होने के बाद यूपी डीजीपी पद के लिए सीआईएसएफ के डीजी ओम प्रकाश सिंह (ओपी सिंह) को डीजीपी बनाने का फैसला हुआ था। इसके बाद यूपी सरकार ने पीएमओ के पास ओपी सिंह को रिलीव करने का प्रस्ताव भेजा था। माना जा रहा था कि 3 जनवरी 2018 ओपी सिंह डीजीपी पदभार संभाल लेंगे। लेकिन करीब चार बार पदभार संभालने की तारीख निकलने पर उनके नाम पर आशंकाए पैदा हो गई थी।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पीएमओ (केंद्र) ने वरिष्ठ आईपीएस ओपी सिंह को रिलीव करने के प्रस्ताव को खारिज दिया था। इससे शुक्रवार को लगने लगा कि वह यूपी के डीजीपी नहीं होगें।
गत 31 दिसंबर को वरिष्ठ आईपीएस सुलखान सिंह के रिटायर होने के बाद यूपी डीजीपी पद के लिए सीआईएसएफ के डीजी ओम प्रकाश सिंह (ओपी सिंह) को डीजीपी बनाने का फैसला हुआ था। इसके बाद यूपी सरकार ने पीएमओ के पास ओपी सिंह को रिलीव करने का प्रस्ताव भेजा था। माना जा रहा था कि 3 जनवरी 2018 ओपी सिंह डीजीपी पदभार संभाल लेंगे। लेकिन करीब चार बार पदभार संभालने की तारीख निकलने पर उनके नाम पर आशंकाए पैदा हो गई थी।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को पीएमओ (केंद्र) ने वरिष्ठ आईपीएस ओपी सिंह को रिलीव करने के प्रस्ताव को खारिज दिया था। इससे शुक्रवार को लगने लगा कि वह यूपी के डीजीपी नहीं होगें।
लंबे वक्त तक खाली रही यूपी डीजीपी की कुर्सी-
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक यानी डीजीपी की कुर्सी पहली बार इतने लंबे समय से खाली पड़ी रही। 31 दिसंबर को वरिष्ठ आईपीएस सुलखान सिंह रिटायर हुए थे, जिसे अब 19 दिन बीत चुके हैं। इस दौरान डीजीपी के नाम की घोषणा होने के बाद पहली बार इतने दिन डीजीपी की कुर्सी खाली रही।
उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक यानी डीजीपी की कुर्सी पहली बार इतने लंबे समय से खाली पड़ी रही। 31 दिसंबर को वरिष्ठ आईपीएस सुलखान सिंह रिटायर हुए थे, जिसे अब 19 दिन बीत चुके हैं। इस दौरान डीजीपी के नाम की घोषणा होने के बाद पहली बार इतने दिन डीजीपी की कुर्सी खाली रही।
इनके नाम डीजीपी पद के लिए आ रहे थे सामने-
ओपी सिंह को केंद्र द्वारा रिलीव न करने पर यूपी में डीजीपी पद के लिए फिर से मंथन शुरु हो रहा था। हालांकि ओपी सिंह के बाद यूपी के डीजीपी पद के लिए वरिष्ठ आईपीएस रजनीकांत मिश्रा को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। जो कि फिलहाल एसएसबी के डीजी पद पर तैनात है। इनके नाम पर मोहर लगाने के लिए यूपी सरकार को केंद्र सरकार की तमाम प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा। वहीं डीजी फायर प्रवीण सिंह, डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ल, और डीजी इंटेलिजेंस भवेश कुमार सिंह का नाम सबसे उपर माना जा रहा है।
ओपी सिंह को केंद्र द्वारा रिलीव न करने पर यूपी में डीजीपी पद के लिए फिर से मंथन शुरु हो रहा था। हालांकि ओपी सिंह के बाद यूपी के डीजीपी पद के लिए वरिष्ठ आईपीएस रजनीकांत मिश्रा को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है। जो कि फिलहाल एसएसबी के डीजी पद पर तैनात है। इनके नाम पर मोहर लगाने के लिए यूपी सरकार को केंद्र सरकार की तमाम प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा। वहीं डीजी फायर प्रवीण सिंह, डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ल, और डीजी इंटेलिजेंस भवेश कुमार सिंह का नाम सबसे उपर माना जा रहा है।