23 नवंबर को मेरठ पुलिस ने सॉल्वर गैंग के आरोपित सिपाही रविकांत को गिरफ्तार किया था। मथुरा निवासी रविकांत की तैनाती अयोध्या जिला पुलिस लाइन में थी, लेकिन बीते कुछ महीनों से वह ड्यूटी से गैर हाजिर था। किसी दूसरे कैंडिडेट के स्थान पर वह दारोगा की परीक्षा देने आया था। इसी दिन पुलिस ने देवरिया से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था जो यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों की सीधी भर्ती ऑनलाइन परीक्षा में धांधली कर रहे थे। इससे पहले 18 नवम्बर को आगरा में एसटीएफ ने कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के दौरान सॉल्वर अमित कुमार व उसके साथी कन्हैयालाल को सुबूत के साथ गिरफ्तार किया था। इसी साल 12 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने नीट 2021 की प्रवेश परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग की एक छात्रा को अरेस्ट किया था जो दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। लड़की बीएचयू के बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। इसमें केजीएमयू लखनऊ के एक डॉक्टर का भी नाम आया था। मास्टमाइंड को पीके था जिसने 5 लाख रुपये में डील फाइनल की की थी।