scriptOpinion : यूपी एसटीएफ और सरकार के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग बड़ी चुनौती | opinion on solver gang involvement in competitive exams | Patrika News

Opinion : यूपी एसटीएफ और सरकार के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग बड़ी चुनौती

locationलखनऊPublished: Nov 24, 2021 07:11:01 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

Opinion- दो वर्षों में दर्जनों की संख्या में सॉल्वर गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जो प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर उपलब्ध कराते थे और बदले में लाखों में रुपए वसूलते थे। सॉल्वर गैंग के कनेक्शन संबंधित परीक्षा केंद्र के मैनेजमेंट व अधिकारियों से भी जुड़े हैं

up_prasangash.jpg
Opinion- प्रतियोगी परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए शासन-प्रशासन लगातार सक्रिय है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी परीक्षाओं को पूरी तरह से नकल मुक्त करने में कामयाबी नहीं मिली है। उदाहरण के तौर पर पिछली कई प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग का पर्दाफाश कर उन्हें जेल भेजा है। बीते दो वर्षों में दर्जनों की संख्या में सॉल्वर गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जो प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर सॉल्वर उपलब्ध कराते थे और बदले में लाखों में रुपए वसूलते थे। सॉल्वर गैंग के कनेक्शन संबंधित परीक्षा केंद्र के मैनेजमेंट व अधिकारियों से भी जुड़े हैं। सॉल्वर गिरोह प्रतियोगी परीक्षाओं से पहले अभ्यर्थियों के बारे में डिटेल जुटाते हैं और फिर उन अमीर कैंडिडेट्स/गार्जियन को चुनते हैं जो जुगाड़ से पास होने की तरकीब ढूंढ रहे होते हैं। आंकड़ों को देखें तो हर दूसरी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा में मुन्ना भाई पकड़े जाते हैं, पड़ताल में जिनके तार बड़े-बड़े लोगों से जुड़ते हैं।

23 नवंबर को मेरठ पुलिस ने सॉल्वर गैंग के आरोपित सिपाही रविकांत को गिरफ्तार किया था। मथुरा निवासी रविकांत की तैनाती अयोध्या जिला पुलिस लाइन में थी, लेकिन बीते कुछ महीनों से वह ड्यूटी से गैर हाजिर था। किसी दूसरे कैंडिडेट के स्थान पर वह दारोगा की परीक्षा देने आया था। इसी दिन पुलिस ने देवरिया से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था जो यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आयोजित उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों की सीधी भर्ती ऑनलाइन परीक्षा में धांधली कर रहे थे। इससे पहले 18 नवम्बर को आगरा में एसटीएफ ने कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा के दौरान सॉल्वर अमित कुमार व उसके साथी कन्हैयालाल को सुबूत के साथ गिरफ्तार किया था। इसी साल 12 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने नीट 2021 की प्रवेश परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग की एक छात्रा को अरेस्ट किया था जो दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही थी। लड़की बीएचयू के बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। इसमें केजीएमयू लखनऊ के एक डॉक्टर का भी नाम आया था। मास्टमाइंड को पीके था जिसने 5 लाख रुपये में डील फाइनल की की थी।
प्रतियोगी परीक्षाएं पूरी तरह से नकल विहीन हों, इसके लिए जरूरी है कि कुछ और सख्त कदम उठाये जायें। मसलन, परीक्षा केंद्रों पर बायोमीट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था हो। कैंडिडेट्स के साथ-साथ कक्ष निरीक्षकों की भी कई स्तर पर मॉनिटरिंग की जाये। इसके अलावा गार्जियन्स की भी जिम्मेदारी है कि वह किसी भी सॉल्वर गैंग के चक्कर में न पड़े। जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचित करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो