Seminars में इन्दिरा गाँधी, ओपेन यूनिवर्सिटी की क्षेत्रीय निदेशक, डॉ0 मनोरमा सिंह, निदेशक, आर0फ्रैक, डॉ0 एस0के0 चौहान, वैज्ञानिक, कृषि महाविद्यालय, बक्शी तालाब डॉ0 भाटिया एवं डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक निदेशक, इग्नू द्वारा प्रतिभाग करते हुए व्याख्यान दिए गए।
आज के कार्यक्रम में जैविक खेती के बारे में उसकी उपयोगिता, शहरी क्षेत्रों में शाक-भाजी उत्पादन, घरों की छतों/बालकनियों पर शाक-भाजी, मसाला जैविक उत्पादन की महत्ता एवं उसके माध्यम से रोजगार सृजन के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी गयी। इस कार्यक्रम में शहरीकरण होने के कारण आने वाले भविष्य में शुद्ध एवं पेस्टीसाइड रहित शाक-भाजी उत्पादन करने पर विशेष रणनीति तैयार करने की अपेक्षा की गयी।
इस प्रकार का यह कोर्स प्रथम बार उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधीन कार्यरत रिजनल फूड रिसर्च एण्ड एनालिस्ट सेन्टर में प्रारम्भ किया गया, जिसके अन्तर्गत वर्ष 2018-19 में 129 छात्रों द्वारा पंजीकरण कराया गया।
इस कोर्स के अतिरिक्त अन्य पाँच पाठ्यक्रम फूड सेफ्टी एवं क्वालिटी मैनेजमेन्ट, डेरी टेक्नोलॉजी, फल शाक-भाजी मूल्य सम्वर्धन, जल संरक्षण प्रबन्धन, कृषि प्रबन्धन के अन्तर्गत 40 छात्रों द्वारा पंजीकरण कराया गया है। कार्यक्रम में अन्त में निदेशक आर0फ्रैक द्वारा सेमीनार में पधारे विशिष्ठ अतिथियों, छात्रों एवं आर0फ्रैक के कर्मचारियों के सहयोग के लिए अभार व्यक्त किया गया।