बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई पीएसी
आईजी पीएसी सतीश गणेश ने बताया कि 14 सेनानायकों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पीएसी बल के साथ बचाव व राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के करीब 22 जिलों में बाढ़ से राहत कार्य के लिए 45 प्लाटून को तैनात किया गया है। वह चौबिसों घंटें काम कर रही हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए 120 रबराइज़्ड बोट, 80 बोट, 15 फाइबर ग्लास मोटराइस्ड वोट इस्तेमाल की जा रही हैं। वहीं 47 डाइवर्स को मॉर्डन स्कूबा डाइविंग उपकरणों के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है।
दो दिन में बचाई 575 लोगों की जान
गोरखपुर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में पीएसी ने दो दिनों में 575 लोगों की जान बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। पीएसी ने बाढ़ के बीच एक मकान की छत पर फंसे 20 लोगों के साथ 6 एनडीआरएफ टीम के सदस्यों को भी सुरक्षित निकाला।
बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
यूपी में बाढ़ प्रभावित करीब 22 जिलों में राहत कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने की वज़ह से गोरखपुर, गोण्डा, बहराइच, लखीमपुर, महाराजगंज, कुशीनगर, बाराबंकी सहित अन्य जिले काफी प्रभावित हुए है। बाढ़ की वजह से लोगों के घर तबाह हो गए हैं, 1 लाख से ज्यादा लोगों को अब तक राहत शिविरों में पहुंचाया जा चुका है। हालांकि अभी भी राप्ती, रोहिन, घाघरा, बूढ़ी राप्ती समेत अन्य कई नदियां खतरे के निशान से करीब 3 से 4 मीटर ऊपर बह रही हैं।