ट्रैफिक सिस्टम को सुचारु रखने के साथ ही स्मार्ट सिटी में ट्रैफिक रूल्स को तोडना भारी पड़ेगा। ऐसा करने वालों पर आईटी बेस्ड लॉ इंफोर्समेंट सिस्टम खुद- ब- खुद कार्रवाई करेगा। इस सिस्टम के तहत सभी सिग्नल वाले चौराहों पर आरएलवीडी कैमरा इंस्टॉल किये जाएंगे। यह कैमरा ट्रैफिक रूल्स वॉयलेट करने वाली गाडि़यों के नंबर रीड कर उनका ई- चालान काटेंगे। इन चालान को गाड़ी मालिक के पते पर भेज दिया जाएगा।अक्सर देखा जा सकता है कि ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले कार्रवाही से बचने के लिए रसूकदारो का सहारा लेते हैं। लेकिन अब इ चालान के चलते किसी तरह का रसूक या दबाव पुलिस कर्मियों पर नही होगा।
पैनिक बटन एंड पब्लिक एड्रेस सिस्टम पब्लिक और सिटी / ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर के बीच टू- वे बातचीत के लिये पैनिक बटन एंड पब्लिक एड्रेस सिस्टम इंस्टॉल करने की योजना है। इसके तहत प्रमुख चौराहों और सड़कों पर ब्लू लाइट लगाई जाएंगी। यह लाइट इस सिस्टम के उस जगह के मौजूद होने को दर्शाएगी। इस सिस्टम के जरिए वॉयस सेंसर और वॉयस रिस्पॉन्स की मदद से पब्लिक किसी भी तरह की ट्रैफिक शिकायत और आपराधिक वारदात की शिकायत के लिये पब्लिक मैनेजमेंट सेंटर व कमांड सेंटर से कनेक्ट हो जाएंगे। ख़ास तौर से लगा पैनिक बटन पास के लोकल पुलिस स्टेशन से कनेक्ट होगा जिससे ज़रुरत के समय इस्तेमाल किया जा सकता है। खास तौर से महिलाऐं इन्हें मनचलों के खिलाफ इस्तेमाल कर सकती हैं।