समाजवादी पार्टी पर लगाया आरोप
पंखुड़ी पाठक ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब वहां रहने से दम घुटता है। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने 24 नेताओं की सूची जारी कर दी। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में यही नेता पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत होंगे। पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट करते हुए कहा कि 8 साल पहले वो सपा की विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित होकर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी। लेकिन, आज न वह विचारधारा दिखती है और न ही वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चलती है, उसमें दम घुटता है। कभी जाति और कभी धर्म को लेकर जिस तरह की अभद्र टिप्पणियां की जाती हैं, पर पार्टी नेतृत्व सबकुछ जानकर भी शांत रहता है।
अखिलेश बड़े भाई जैसे
पंखुड़ी पाठक कहती हैं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मैंने नेता और आदर्श ही नहीं, एक बड़ा भाई भी माना है। इसलिए गलत दिशा में पार्टी को जाते देख मुझे दुख होता है। पार्टी में आज न लोकतंत्र बचा है और न कार्यकर्ता का सम्मान। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी भी दल से जुड़ने की नहीं सोच रही हैं। अब अपना पूरा ध्यान उच्च शिक्षा पूरी करने पर देंगी।
कौन है पंखुड़ी पाठक
पंखुड़ी पाठक दिल्ली यूनिवर्सिटी की लॉ स्टूडेंट हैं। पंखुड़ी लंबे समय से समाजवादी पार्टी की छात्र सभा से जुड़ी रही हैं। 2010 में हंसराज कॉलेज के चुनाव में उन्होंने ज्वाइंट सेक्रेटरी पद का चुनाव जीता। उन्होंने 2 से 3 साल तक पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों को छात्रसंघ का चुनाव भी लड़ाया। पंखुड़ी पाठक समाजवादी पार्टी से 2010 में जुड़ीं। हालांकि पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा है कि वे किसी भी दल से जुड़ने की फिलहाल इच्छुक नहीं हैं। वह अपनी उच्च शिक्षा को पूरा करने पर ध्यान देंगी।