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नए रोजगार तो दूर, मोदी सरकार ने छीन लिया पुराना रोजगारः प्रियंका चतुर्वेदी

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सत्ता पक्ष की तरह विपक्ष से भी सवाल होने चाहिए...

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लखनऊ

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Nitin Srivastva

Apr 07, 2018

Patrika KeyNote 2018 Congress leader Priyanka Chaturvedi speech

नए रोजगार दूर, मोदी सरकार ने छीन लिया पुराना रोजगारः प्रियंका चतुर्वेदी

लखनऊ. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि देश में 60 प्रतिशत किसान, 65 प्रतिशत आबादी के लिए क्या किया। दो करोड़ युवाओं को रजोगार देने की बात कही गयी थी आज के हालत ऐसे हैं नये रोजगार मिलना तो दूर पुराने भी खत्म हो गये। कहा गया नोटबंदी से काला धन आयेगा। इसके चलते कई लोगों को रोजगार छीन गया।

महिलाओं पर बढ़ा अत्याचार

उन्होंने कहा कि बहुत हुआ महिला पर वार, अबकी बार मोदी सरकार। सीएम योगी का नाम सीएम की रेस में नहीं था लेकिन इन्हीं मुद्दे पर चुनाव लड़े थे। बीजेपी सरकार में सबसे अधिक महिलाओं पर अत्याचार होते हैं। एमपी नम्बर वन है। महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार आते ही महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है। इसका कारण है कि महिलाओं के संबंध में माहौल बनाया जाता है कि महिलाएं क्या पहन कर जायेगी, कब घर आयेगी, कब हास्टल पहुंचेगी। देश की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का 60 प्रतिशत योगदान है। सबसे पहले संसद में भूमि अधिग्रहण के मुद्दों पर सरकार ने अपनी मंशा दिखा दी थी। किसानों को आंदोलन करना पड़ा है। पहले किसानों की आय बढ़ाने की बात कही। फिर सुप्रीम कोर्ट में कहा कि यह संभव नहीं है।

बिगाड़ा जा रहा है माहौल

जहां पर प्राकृतिक आपदा आयेगी वहां पर फंड देने की बात कही गयी थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब कहते हैं कि पकौड़ा बेचना भी रोजगार है। आज इन मुद्दों पर बात नहीं हो रही है। आज जातिवाद व धर्म के नाम पर चर्चा कर माहौल बिगाड़ा जा रहा है इस मामले में हम नया भारत कह सकते हैं पेपर लीक हो रहा है छात्रों को आंदोलन करना पड़ रहा है। दलित आंदोलन कर रहे हैं। यूपी में खुद उ नके एमपी आंदोलन कर रहे हैं। जिन मुद्दों पर बहस नहीं होनी चाहिए वह केन्द्रीय मुद्दा बनाया गया है जिन मुद्दों पर बहस होनी चाहिए वह गायब हो गयी है।

सदन में विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है सरकार

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सत्ता पक्ष की तरह विपक्ष से भी सवाल होने चाहिए। जवाहर लाल नेहरु सरकार में सभी से राय मशाविहरा करते थे। चाहे वह जिस दल का हो। एक समय में बीजेपी के दो एमपी थे। एक समय इंदिरा गांधी के जब पांच एमपी विपक्ष में थे और वह सवाल पूछते थे तो इंदिरा गांधी थहथहरा जाती थी क्योंकि उन्हें सवाल पूछने का अधिकार था। आज हम कहते रहते हैं कि हमें इस मुद्दें पर चर्चा करनी है लेकिन चर्चा नहीं होती है। आज विपक्ष से बात करना तो दूर विपक्ष के मुद्दे पर बात नहीं होती है। सत्ता पक्ष के अनुसर प्रश्र नहीं पूछा तो हम एंटी नेशनल हो जाते हैं।