टेनरियों को होगा भौतिक सत्यापन सूत्रों की मानें कि अब सभी टेनरियों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। वेरिफिकेशन में टेरियों के इंफ्रास्टक्चर की जांच की जाएगी कि कही उन्होंने क्षमता से ज्यादा उत्पादन के लिए संसाधन तो नहीं जुटा रखे हैं। इसकी जांच जिला समितियों की ओर से की जाएगी। इसके लिए बोर्ड ने तकनीकी टीम को भी साथ रहने के लिए कहा है।
50 प्रतिशत काम करने की अनुमति प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कुंभ के दौरान गंगा में जीरो डिस्चार्ज वाली टेनरियां व उद्योगों को ही संचालन की अनुमति थी। अब 50 फीसद क्षमता पर टेनरियों के संचालन की इजाजत मिल रही है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कानपुर की 28 टेनरियों के संचालन की इजाजत दे दी।