इस शादी का आयोजन दिल्ली रोड स्थित एक होटल में किया गया। शादी समारोह बेहद सादगी से सपंन्न हुआ। इसमें दोनों तरफ से सौ से अधिक लोग शामिल रहे। सादे तरीके से शादी रचाई और संपन्न की गयी। हैरानी की बात रही कि शादी में शेर सिंह ने एक भी रुपया दहेज लेने से इंकार कर दिया।
ये है दहेज ठुकराने की वजह दहेज को ठुकराने का शेर सिंह का कोई छोटा कारण नहीं है। जब ससुरल वालों ने दहेज दिया, तो शेर सिंह ने उन्हें याद दिलाते हुए कहा कि शादी कम पैसों में संपन्न करने की बात हुई थी। शादी एक रुपये में पूरी की जाने की शर्त रखी गयी थी। इस पर दुल्हन के परिजनों ने चांदी का एक सिक्का शगुन के तौर पर देकर रस्म अदा की। इसके बाद साधारण और सारे तौर तरीकों से शादी रचाई गयी। शादी समारोह में पूर्व मंत्री नारायण सिंह राणा, शेरसिंह राणा की मां सत्यवती, भाई विक्रम राणा, मोनू, विजय सिंह राणा मौजूद रहे।
आजीवन सजा सिर्फ तीन साल की आपको बता दें कि 25 जुलाई 2001 को शेर सिंह ने फूलन देवी की दिल्ली स्थित सरकारी आवास से निकलते समय गोली मारी थी। इस मामले में दिल्ली की अदालत ने 2014 में शेर सिंह को फूलन देवी का हत्यारा मानते हुए आजीवन कारवास की सजा सुनाई थी। सजा थी तो आजीवन की लेकिन इसी अदालत से शेर सिंह राणा को वर्ष 2017 में जमानत दी थी।