गो-आश्रय स्थलों को सुचारु एवं व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाए, अभियान चलाकर खुले बोरवेल को बन्द कराया जाए अथवा उन पर ढक्कन रखवाया जाए
पीकू तथा नीकू का निर्माण कार्य तेजी से संचालित: मुख्यमंत्री
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का प्रभाव कम हुआ है किन्तु इसका संक्रमण अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए संक्रमण की रोकथाम के सम्बन्ध में निर्धारित गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने में उपयोगी सिद्ध हुई है।
मुख्यमंत्री आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 339 नये मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 1,116 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में वर्तमान में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 8,111 है। कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.2 प्रतिशत है। राज्य में पिछले 24 घण्टों में 2,57,441 कोविड टेस्ट किये गये हैं। राज्य में अब तक कुल 05 करोड़, 36 लाख, 02 हजार, 870 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए निगरानी समितियों द्वारा लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों को मेडिसिन किट उपलब्ध कराई जा रही है। बच्चों में वायरल बुखार आदि के उपचार के लिए मेडिसिन किट तैयार की जा रही है। इनका वितरण भी निगरानी समितियों के माध्यम से कराया जाएगा। मुख्यमंत्री को यह भी अवगत कराया गया कि ब्लैक फंगस के रोगियों को भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई दवाओं के अतिरिक्त, विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार वैकल्पिक दवा भी उपलब्ध करायी जा रही है।