मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष यह महिलाओं से जुड़ी यह समस्या उठायी गयी थी। सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को टॉयलेट के लिए इधर-उधर भटककर शर्मिंदा होना पड़ता है। वहीं, शहर का कोई भी एरिया हो महिलाओं के लिए प्रॉपर टॉयलेट की व्यवस्था नहीं दिखती। जिससे कई बार महिलाओं को असहजता का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने प्रदेश के हर इलाके में पिंक टॉयलेट की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे।
टायलेट संबंधी साइन बोर्ड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल के बाद महिलाओं के लिए हर शहर में बड़ी संख्या में पिंक टायलेट बनने शुरू हो गए हैं। महिलाओं को यह पता चल सके कि उनके वर्तमान स्थान से पिंक टायलेट कितनी दूरी पर है, इसके लिए जगह-जगह पर पिंक टॉयलेट संबंधी साइन बोर्ड भी लगाये जा रहे हैं। इसके साथ ही टॉयलेट की लोकेशन भी स्मार्ट सिटी एप से इंटीग्रेट की गयी है। जिससे कोई भी महिला अपने मोबाईल फोन से भी जान सकती है कि कितनी दूर और चलने के बाद टॉयलेट की सुविधा मिल सकती है। इस काम को नगर निगमों को सौंपा गया है। महिलाओं की आबादी, आवश्यक्ता और महिलाओं की आमद को देखते हुए लोकेशन ट्रेस करने के बाद पिंक टॉयलेट बनाए जा रहे हैं।
पुलिस थानों में भी पिंक टायलेट सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने यह निर्देश दिए हैं कि हर थाने में भी पिंक टायलेट की व्यवस्था होनी चाहिए। जहां महिलाएं बिना डर जा सकें। इस क्रम में पीलीभीत जिले के 12 थानों में पिंक टॉयलेट बनाने के लिए 40 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया था। इस पर काम भी शुरू हो गया है। अधिकांश थानों में महिलाओं के लिए अलग से टॉयलेट नहीं है। ऐसे में महिलाओं को शौचालय जाने में दिक्कत होती है। पुरुष शौचालय का इस्तेमाल करना उनकी मजबूरी थी। ऐसे में लोक निर्माण प्रांतीय खंड को यहां पिंक टॉयलेट बनवाने की जिम्मेदारी मिली है। पीलीभीत के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी थानों में पिंक टायलेट बनाने का काम शुरू हो चुका है।
टायलेट में सैनिटरी नैपकीन की सुविधा गोरखपुर नगर निगम रेलवे बस स्टेशन के पास बने अत्याधुनिक टॉयलेट में महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकीन के लिए वेंडिंग मशीन भी लगाई है। जहां भुगतान करने के बाद महिलाएं सैनिटरी नैपकीन पा सकती हैं। रेलवे बस स्टेशन पर महिलाओं को काफी दिक्कत होती थी। सैनिटरी नैपकीन के निस्तारण के लिए इंसीनरेटर की भी व्यवस्था है। इसी तरह की व्यवस्था राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के हर जिले मेे की जा रही है।