क्या है अटल भूजल योजना अटल भूजल योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल प्रबंधन को बढ़ावा देना है। इस योजना का लाभ सात राज्यों के 8350 गांवों को मिलेगा। इसमें उत्तर प्रदेश समेत, मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और कर्नाटक शामिल हैं। इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने 6000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
अटल भूजल योजना का उद्देश्य अटल भूजल योजना पांच साल के लिए है। इस योजना का उद्देश्य 2020-21 से 2024-25 तक गांवों में भूजल का प्रबंधन करना है। इस योजना के लिए तीन हजार करोड़ वर्ल्ड बैंक और बाकी तीन हजार करोड़ केंद्र सरकार ने अदा किए हैं। दावा है कि इस योजना से किसानों की आय दोगुनी करने में सहायता मिलेगी।
सुरंग का नाम होगा अटल टनल अटल की जयंती पर लॉन्च होने वाली दूसरी योजना अटल टनल योजना मनाली से लेह तक होगी। इस योजना के लिए 4000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। रोहतांग दर्रे के नीचे बनी सुरंग का नाम अटल के नाम पर रखा जाएगा। रोहतांग दर्रा हिमालय का एक प्रमुख दर्रा है। इस सुरंग को बनाने का फैसला जून 2000 में ही ले लिया गया था। सुरंग के दक्षिणी हिस्से को जोड़ने वाली सड़क की आधारशिला 26 मई, 2002 को रखी गई थी। 8.8 किलोमीटर लंबी यह सुरंग 3000 मीटर की ऊंचाई पर बनाई गई दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है। इससे सड़क मार्ग से मनाली से लेह की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी।
अटल पर प्रदेश में कितनी योजनाएं
अटल ज्योति योजना (अजय) भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के नाम पर अटल ज्योति योजना (अजय) की शुरूआत की गई। यह योजनाृ बिजली की समस्या से उबरने के लिए शुरू की गई थी।
अटल पेंशन योजना बुढापे में आर्थिक तंगी झेलने या पैसों के लिए किसी पर निर्भर रहने वालों के लिए सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरूआत की थी। इसमें रिटायरमेंट के बाद लाभार्थी हर माह पेंशन का हकदार हो जाता है। अटल पेंशन योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि अगर व्यक्ति की असामयिक मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को योजना के तहत फायदा देने का प्रावधान जारी रहता है।
अटल आयुष्मान योजना लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए मोदी सरकार ने अटल आयुष्मान योजना की शुरूआत की थी। योजना के अंतर्गत पांच लाख तक की निशुल्क चिकित्सीय सुविधा दी जाती है। यह योजना वास्तव में देश के गरीब लोगों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है।