सूत्रों ने कहा कि आदित्यनाथ राज्य के चुनावों के लिए पार्टी का चेहरा होंगे, लेकिन पीएम के दौरे लोगों में विश्वास बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हालांकि आधिकारिक तौर पर पीएम मोदी के यहां दौरे समीक्षा उद्देश्यों के लिए होंगे, लेकिन वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत भी करेंगे। वहीं अभी तक रैलियों या सार्वजनिक बैठकों की योजना का कोई ऐलान नहीं हुआ है। साथ ही यूपी में मंत्रियों को ब्लॉक और गांव स्तर तक अपने-अपने इलाकों का दौरा करने व लोगों के साथ सीधा संबंध बनाने के लिए भी कहा गया है।
यूपी के भाजपा नेताओं को वरिष्ठ नेताओं की आगामी यात्राओं की योजना बनाने के लिए कहा गया है। एनडीए के सहयोगी दल जैसे अपना दल और निषाद पार्टी के नेताओं को भी वरिष्ठ नेताओं की आगामी यात्राओं के लिए लूप में रखा जाएगा और उनकी प्रतिक्रिया भी मांगी जा रही है। कई बैठकों के बाद, राज्य नेतृत्व ने हाल ही में पार्टी संगठन में भी बदलाव किया है, पूर्व नौकरशाह एके शर्मा को पार्टी के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।
पार्टी महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, राज्य प्रभारी राधा मोहन सिंह सोमवार को फिर से राजधानी लखनऊ का दौरा करेंगे। इस दौरान दोनों नेताओं के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक करने की संभावना है। सीएम योगी के नेतृत्व में ही पार्टी ने 2022 चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। इस साल दिसंबर तक इसको लेकर अधिसूचना भी जारी होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि दोनों नेता राज्य के मुख्यमंत्री के साथ संगठनात्मक गतिविधियों और यूपी कैबिनेट के संभावित विस्तार के बारे में भी चर्चा करेंगे।