मायावती ने कहा कि गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी आदि की भयंकर समस्या के साथ ही वर्तमान की असली चिंता और समस्या इस समय विश्व की तेजी से बदलती हुई राजनीतिक परिस्थिति व व्यापार के जारी संकट के हालात हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल के दामों पर तो असर पड़ ही रहा है वहीं भारतीय मुद्रा व विदेशों में बसे भारतीय बहुत ही अधिक प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, लेकिन पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण के दौरान इस पर एक शब्द भी नहीं बोला, जब की विश्व में इसका शोर है। उन्होंने कहा कि यूरोप के संपन्न देशों सहित विश्व का लगभग हर स्वाभिमानी देश इसको लेकर परेशान है। इन मुद्दों पर पीएम मोदी देश को विश्वास में लेना भूल गए।
बीएसपी सुप्रीमो ने जारी एक बयान में कहा कि पीएम मोदी को ऐसा राजनीतिक भाषण संसद में देना चाहिए था ताकि वहां सरकार की जवाब देही तय हो सके और उनकी सरकार के अनेकों प्रकार के दावों की सत्यता की कसौटी पर जांचा जा सके। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भाषण देश को नई उम्मीद जगाने और नया विश्वास दिलाने के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस भाषण को राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता तो बेहतर होता, लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा अपनी संकीर्ण व विद्वेष की राजनीति से ऊपर उठकर काम करने वाली नहीं है।
बीएसपी सुप्रीमो ने जारी एक बयान में कहा कि पीएम मोदी को ऐसा राजनीतिक भाषण संसद में देना चाहिए था ताकि वहां सरकार की जवाब देही तय हो सके और उनकी सरकार के अनेकों प्रकार के दावों की सत्यता की कसौटी पर जांचा जा सके। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से भाषण देश को नई उम्मीद जगाने और नया विश्वास दिलाने के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इस भाषण को राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता तो बेहतर होता, लेकिन ऐसा लगता है कि भाजपा अपनी संकीर्ण व विद्वेष की राजनीति से ऊपर उठकर काम करने वाली नहीं है।