ये भी पढ़ें- कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए कर रहे व्यापक तैयारी: सीएम योगी कोविड प्रोटोकॉल के अन्तर्गत होंगे अंतिम संस्कार- मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन व पुलिस को निर्देश दिए हैं कि गांवों एवं घाटों के आसपास के इलाकों में ध्वनि प्रसार यंत्रों / पीए सिस्टम के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। अंतिम संस्कार के लिए सरकार की योजना के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए, जिसमें शासन की ओर से गरीबों को शवों के अन्तिम संस्कार के लिए 5 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। साथ ही कोविड-19 संक्रामित शवों का अन्तिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के अन्तर्गत किए जाने के निर्देश दिए हैं।
जनपद बक्सर का सीमावर्ती क्षेत्र है। शव विसर्जन की घटनाएं न हो, इसके लिए पुलिस द्वारा नदी के किनारों एवं नदी में गस्त की जा रही है। नदी में मृत शरीर को फेके जाने की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए पुलिस, लेखपाल व राजस्व अधिकारियों द्वारा ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर निर्देशित करने के साथ ही अन्तिम संस्कार के सम्बन्ध में सरकारी योजनाओं के सम्बन्ध में भी जानकारी दी जा रही है तथा इसका प्रचार प्रसार मीडिया के द्वारा भी करवाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें- जीवन और जीविका जरूरी, करीब एक करोड़ गरीबों को मिलेंगे 1-1 हजार रुपए, सीएम योगी ने लिया फैसला घाटों पर बढ़ी पुलिस गश्त- नदियों में शव मिलने की घटना के बाद प्रमुख नदियों के किनारे पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई। गाजीपुर में 18 श्मशानघाटों पर पुलिस एवं राजस्व की स्टैटिक टीम की ड्यूटी शिफ्टवार लगाई गई है। थाना सैदपुर से थाना गहमर तक गंगा नदी के तटीय क्षेत्र में कुल 34 टीमें शिफ्टवार डयूटी पर लगाई गई है। उत्तर प्रदेश व बिहार के अन्तर्राज्यीय बार्डर पर थाना गहमर के बारा व देवल, थाना दिलदारनगर के ताजपुर कुरा एवं थाना जमनियां के कर्महरी व देवगढ़ी बार्डर पर चेकिंग के लिए शिफ्टवार पुलिस बल तैनात किया गया है। जनपद वाराणसी के सीमावर्ती जनपदों में लगातार पुलिस गश्त के साथ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, कानपुर, फतेहपुर व चंदौली में पीएसी एवं एसडीआरएफ की टीमें लगातार गंगा नदी के किनारे पेट्रोलिंग कर रही है।