कानपुर के बिकरू गांव में चार रोज पहले कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) ने जो तांडव मचाया वो यूपी पुलिस के इतिहास का काला अध्याय बन गया है। एक गैंगस्टर को दबोचने में आठ पुलिसवालों की शहादत के बाद अब योगी सरकार फुल एक्शन में आई है। पुलिस को अपराधियों पर नकेल कसने की खुली छूट दी गई है। इसके लिए पुलिस ने ऑपरेशन क्लीन शुरू कर दिया है।
टॉप बदमाशों की लिस्ट में मुख्तार अंसारी सबसे आगे यूपी के टॉप मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में मुख्तार अंसारी का नाम सबसे ऊपर है। मुख्तार अंसारी की 50 अवैध संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं। उसके अवैध कारोबार को नेस्तनाबूद किया गया है। वहीं मुख्तार अंसारी के 100 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया है।
अतीक अहमद पर भी शिकंजा पुलिस प्रयागराज के चार क्रिमिनल्स पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। इनमें अतीक अहमद का नाम सबसे ऊपर है। इसके अलावा बीएसपी के पार्षद बच्चा पासी, समाजवादी पार्टी से ब्लॉक प्रमुख रह चुके दिलीप मिश्रा और बीएसपी से जुड़े छोटा राजन गिरोह का सदस्य राजेश यादव का नाम भी शामिल है। इनमें से अतीक अहमद गुजरात की अहमदाबाद जेल और दिलीप मिश्रा प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। बच्चा पासी अपने घर पर रह रहा है, जबकि राजेश यादव फरार चल रहा है। ये चारों हिस्ट्रीशीटर हैं. सभी के खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं।