माफिया से माननीय बनने का सफर
अम्बेडकर नगर के महरुआ थाना क्षेत्र के हरिनाथपुर गांव का निवासी अजय सिंह अब अजय सिपाही के नाम से जाना जाता है। दरअसल अजय सिंह की भर्ती पुलिस में हुई थी, लेकिन कुछ दिन ही पुलिस की नौकरी करने के बाद अजय सिंह को जरायम की दुनिया अच्छी लगने लगी, जिसके बाद अजय सिंह ने पुलिस की नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और देखते ही देखते हत्या, रंगदारी और फिरौती के दर्जनों मामले दर्ज होने के बाद अजय सिंह माफिया को अजय सिपाही के नाम से जाना जाने लगा।
पिछले पंचायत चुनाव में अजय सिपाही सपा खेमे में नजर आना शुरू हुआ और सपा के कुछ बड़े नेताओं से निकटता का ही परिणाम रहा कि अजय सिपाही ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीत गया। पुन: जब विधानसभा का चुनाव सामने आया तो अजय सिपाही एक बार फिर विधायक का चुनाव लडऩे का मन बनाया, लेकिन सपा से टिकट न मिलने से सपा का दामन छोड़ पीस पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ गया। नामंकन के दौरान ही अजय सिपाही बसपा के वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा पर अपने हत्या करने का गंभीर आरोप तक लगा दिया था।
अम्बेडकर नगर के महरुआ थाना क्षेत्र के हरिनाथपुर गांव का निवासी अजय सिंह अब अजय सिपाही के नाम से जाना जाता है। दरअसल अजय सिंह की भर्ती पुलिस में हुई थी, लेकिन कुछ दिन ही पुलिस की नौकरी करने के बाद अजय सिंह को जरायम की दुनिया अच्छी लगने लगी, जिसके बाद अजय सिंह ने पुलिस की नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और देखते ही देखते हत्या, रंगदारी और फिरौती के दर्जनों मामले दर्ज होने के बाद अजय सिंह माफिया को अजय सिपाही के नाम से जाना जाने लगा।
पिछले पंचायत चुनाव में अजय सिपाही सपा खेमे में नजर आना शुरू हुआ और सपा के कुछ बड़े नेताओं से निकटता का ही परिणाम रहा कि अजय सिपाही ब्लाक प्रमुख का चुनाव जीत गया। पुन: जब विधानसभा का चुनाव सामने आया तो अजय सिपाही एक बार फिर विधायक का चुनाव लडऩे का मन बनाया, लेकिन सपा से टिकट न मिलने से सपा का दामन छोड़ पीस पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ गया। नामंकन के दौरान ही अजय सिपाही बसपा के वरिष्ठ नेता लालजी वर्मा पर अपने हत्या करने का गंभीर आरोप तक लगा दिया था।