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UP Assembly Elections 2022 : महिलाओं को टिकट देने में सभी दल रहे हैं ‘कंजूस’, जानें- इस बार क्या बन रही रणनीति

locationलखनऊPublished: Oct 20, 2021 04:07:33 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

UP Assembly Elections 2022 : अभी तक भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित प्रमुख दलों ने हमेशा ही महिलाओं को टिकट देने के मामले में कंजूसी बरती है। आंकड़ों की बात करें तो यूपी में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा महिलाओं को टिकट देने का औसत 10 फीसदी ही रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में करीब 24 फीसदी यानी 96 महिलाओं को टिकट दिये गये, जिनकी जीत का औसत 40 फीसदी रहा।

Political Parties ticket distribution formula in UP Elections 2022

UP Assembly Elections 2022 : महिलाओं को टिकट देने में सभी दल रहे हैं ‘कंजूस’, जानें- इस बार क्या बन रही रणनीति

लखनऊ. UP Assembly Elections 2022- कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने के एलान के बाद सभी दलों में जिताऊ महिला कैंडिडेट की पूछ-परख बढ़ गई है। नतीजन, पार्टियों को फिर से टिकट वितरण के लिए नये सिरे रणनीति बनानी पड़ रही है। यह बात दीगर है कि अभी तक भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित प्रमुख दलों ने हमेशा ही महिलाओं को टिकट देने के मामले में कंजूसी बरती है। आंकड़ों की बात करें तो यूपी में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा महिलाओं को टिकट देने का औसत 10 फीसदी ही रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में करीब 24 फीसदी यानी 96 महिलाओं को टिकट दिये गये, जिनकी जीत का औसत 40 फीसदी रहा।
भाजपा ने 46 महिलाओं को दिया था टिकट
2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा ने अपने हिस्से की 289 में से 34 और कांग्रेस ने 114 में से 12 टिकट महिलाओं को दिया था। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने भी 21 महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा था। 2017 में भाजपा ने सबसे ज्यादा 46 महिलाओं को टिकट दिया था, जिनमें से 34 विधायक चुनी गईं।
महिलाओं की स्थिति
भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी में पूर्व मंत्री व सांसद रीता बहुगुणा जोशी व उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य सक्रिय महिला नेता हैं। इनके अलावा स्वाति सिंह, नीलिमा कटियार और गुलाबो देवी योगी सरकार में मंत्री हैं।
कांग्रेस
प्रियंका गांधी के अलावा आराधना मिश्रा ‘मोना’ ही कांग्रेस में बड़ा महिला चेहरा हैं। वर्तमान में वह प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास से विधायक व कांग्रेस नेता विधानमंडल दल हैं। 2017 में रायबरेली से विधायक चुनी गईं अदिति सिंह भी बड़ा चेहरा थीं, लेकिन बीच में ही उन्होंने पार्टी से बगावत कर ली।
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समाजवादी पार्टी
डिंपल यादव समाजवादी पार्टी की एकमात्र बड़ा महिला चेहरा हैं। दूसरा किसी महिला का जिक्र होता है तो वह हैं समाजवादी महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह। वह लगातार सक्रिय रहती हैं।
बहुजन समाज पार्टी
बसपा में सिर्फ मायावती ही बड़ा महिला चेहरा हैं, जिनके नाम पर पार्टी को वोट मिलते हैं। वह पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं।

प्रिंयका के दांव से खलबली!
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को 40 फीसदी महिलाओं को आगामी यूपी विधानसभा चुनाव में टिकट देने का ऐलान कर बड़ा दांव खेल दिया है। प्रियंका गांधी ने कहाकि महिलाओं के आगे आने और एकजुट होने से ही राजनीतिक बदलाव आएगा। देश-प्रदेश का विकास होगा। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल यादव ने कहा कि वह जिताऊ महिला कैंडिडेट्स को ही टिकट देंगे। भाजपा, बसपा और सपा ने महिलाओं को टिकट देने के प्रिंयका के बयान को कांग्रेस का चुनावी हथकंडा करार दिया।
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