मंदिर के अध्यक्ष व संस्थापक पंडित रघुराज दीक्षित ने बताया कि इस बार कोरोना संकट के कारण मां के दर्शन व अन्य कार्यक्रम में कुछ फेरबदल किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में ज्यादा भीड़ ना लगे इसके लिए गेट पर ही मंदिर के सेवादार पांच पांच लोगों को ही दर्शन देने के लिए अनुमति प्रदान करेंगे साथ ही सेनिटाइजर कराना व मास्क लगाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि मंदिर के सभी दलों पर लिफ्ट द्वारा जाने के लिए सिर्फ उन्हें ही मौका दिया जाएगा जो दिव्यांग हो या बुजुर्ग है। बाकी लोगों को जीने के द्वारा दर्शन करने की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि बाहर से प्रसाद चढ़ाने पर रोक है। प्रसाद के मंदिर से प्राप्त कर सकते हैं।