वित्त मंत्रालय से मिली मंजूरी
सूत्रों ने मुताबिक बताया गया है कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने डाकघरों के बचत बैंक खातों को आईपीपीबी खातों से जोड़ने की अनुमति प्रदान कर दी है। इससे यूपी के डाकघर के खाताधारक अपने खाते से किसी भी बैंक के खाते में पैसे ट्रांसफर कर सकेंगे। डाकघरों के 34 करोड़ बचत खातों में 17 करोड़ डाकघर बचत खाते हैं, जबकि बाकी मासिक आय योजना, रेकरिंग डिपॉजिट इत्यादि से संबंधित है।
अब बैंकिंग नेटवर्क होगा सबसे बड़ा
सरकार के देश के सबसे बड़े बैंकिंग नेटवर्क के निर्माण का भी मार्ग प्रशस्त किया है क्योंकि इंडिया पोस्ट ने सभी 1.55 लाख डाकघर शाखाओं को आईपीपीबी से जोड़ने की योजना तैयार की है। इंडिया पोस्ट कोर बैकिंग सेवा की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन इसमें सिर्फ डाकघर बचत बैंक (पीओएसबी) खातों के बीच ही पैसे को ट्रांसफर किया जा सकेगा।
मिलेंगी बैंक जैसी सुविधाएं
आईपीपीबी का संचालन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा किया जाता है। यूपी के सभी डाकघरों की बैंकिंग सेवा केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन है। आईपीपीबी ग्राहक बैंकों के ग्राहकों की तरह ही एनईएफटी, आरटीजीएस तथा पैसों के ट्रांसफर के लिए मौजूद अन्य सेवाओं का इस्तेमाल भी किया जा सकेगा।
जब यूपी के ग्राहक पीओएसबी खाते आईपीपीबी के साथ जुड़ जाएंगे तो ग्राहक अन्य बैंकों की तरह ही पैसों के ट्रांसफर की सभी सेवाओं का इस्तेमाल करने में सक्षम हो सकेंगे। बताया गया है कि मई तक इंडिया पोस्ट पीओएसबी खातों के ग्राहकों को इस सुविधा का लाभ उठाने का विकल्प प्रदान कर दिया जाएगा।