इस अवसर पर डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में डाक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी “कोरोना वॉरियर्स” के रूप में कार्य करते हुए समाज के अंतिम छोर तक प्रतिबद्धता के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भारत सरकार की तमाम कल्याणकारी योजनाएँ डाकघरों के माध्यम से संचालित हो रही हैं। इन्हें समाज के सभी लोगों तक पहुंचाकर हम लोगों को उनका अधिकार दिला सकते हैं और अपने कर्तव्यों की पूर्ति कर सकते हैं। यही स्वतंत्रता दिवस की असली सार्थकता होगी।
निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने कहा आजादी का अर्थ सिर्फ राजनैतिक आजादी नहीं अपितु यह एक विस्तृत अवधारणा है, जिसमें व्यक्ति से लेकर राष्ट्र का हित व उसकी परम्परायें छुपी हुई हैं। ऐसे में युवा पीढ़ी को राष्ट्रीय स्वाधीनता आन्दोलन के इतिहास से रूबरू कराना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। भावी पीढ़ी में राष्ट्रीयता की भावना से ही राष्ट्र का विकास संभव होगा।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर सभी अधिकारियों – कर्मचारियों से समाज व राष्ट्र की उन्नति हेतु अपने-अपने स्तर पर योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आजादी की शाश्वतता को बरकरार रखने के लिए हम अपने स्तर पर छोटी-छोटी पहल करके समाज और राष्ट्र को समृद्ध बना सकते हैं। उन्होंने लोगों से वृक्षारोपण, लोगों को शिक्षित करने, पुस्तक-दान, अनाथों और वृद्धों की सहायता, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ्ता अभियान जैसी तमाम पहल अपने स्तर पर शुरू कर देश की सुख- समृद्धि में भागीदार बनने की बात कही।