बढ़ रही बिजली की मांग बता दें, अप्रैल में ही पड़ रही भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में बिजली की मांग लगभग साढ़े बाइस हजार मेगावाटतक पहुंच गई है। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रदेश में बिजली आपूर्ति को सामान्य रखने के लगातार प्रयासरत है। इसके साथ ही बिजली की बढ़ती मांग को लेकर पावर कारपोरेशन रिकार्ड विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कर रहा है। इतना ही हीं बिजली की जो इकाइयां तकनीकी या किसी अन्य कारणों से बंद हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द शुरू करने का प्रसार किया जा रहा है। इसी कड़ में हरदुआगंज एवं बारा की बन्द इकाइयों को ठीक कर पुनः चालू किया गया है। बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए प्रीवेन्टिम मेंटेनेंस एवं क्षमता वृद्धि का कार्य तेजी से किया जा रहा है। साथ ही बिजली आपूर्ति की गहन मॉनीटरिंग की जा रही है।
कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्यरत आपको बता दें कि एकदम से अचानक से बढ़ी गर्मी की आपूर्ति के लिए सभी वितरण नियम 24 घंटे कंट्रोल रूम में कार्यरत हैं। जहां बिजली की खराबी है, उन स्थानीय खराबी को कम से कम समय में ठीक करने की कोशिश की जा रही है। यहां तक की उपभोक्ताओं को बिजली की बेहतर सुविधा देने के लिए टोल फ्री नंबर 1912 की लगातार मॉनीटरिंग भी की जा रही है। बता दें, अप्रैल महीने में बिजली कटौती के कारण 1912 टोल फ्री नंबर पर पूरे प्रदेश से 17000 शिकायतें मिली थीं, इसके अलावा 180000 शिकायतें बिजली आपूर्ति से संबंधित प्राप्त हुई, जिनमें से 177838 का निस्तारण कर दिया गया था।