प्रसपा पदाधिकारी न केवल कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पेड लगायेंगे अपितु पर्यावरण की प्रति जागरुक भी करेंगे ।प्रसपा मुख्य प्रवक्ता व बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मिश्र ने कहा कि हरित समाजवाद समय की मांग है । प्रदूषण फैलाने वाला विकास विनाशकारी होता है । मिश्र ने फिनलैंड, स्वीडन आदि उदाहरण देते हुए बताया कि समावेशी व सतत विकास बिना प्रकृति संरक्षण के संभव नहीं । बौद्धिक सभा हरित समाजवाद पर ऑन लाइन कार्यशालाओं की श्रृंखला आयोजित करेगी जिससे पर्यावरण संकट और निदान की जानकारी दी जायेगी । कार्यशाला में देश दुनिया के जाने माने पर्यावरणविद भी शामिल होंगे ।