प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि करोड़ों हिंदू अगर राम मंदिर नहीं बना सकते तो 50 साल बाद हिंदुस्तान में कोई हिंदू नहीं बचेगा। हिंदू अल्पसंख्यक होंगे। तोगडिय़ा ने कहा कि लोग मुझसे पूछते हैं कि तुम डॉक्टर हो, मंदिर के लिए लड़ रहे हो। अपने बेटे को डॉक्टर बनाने के लिए लड़ो, लेकिन यह सिर्फ मंदिर का मामला नहीं है। हम मंदिर तो सरयू पार बना सकते हैं लेकिन क्या श्रीराम की जन्मभूमि वहां से 100 मीटर खिसका सकते हैं।
पीएम मोदी को घेरे में लेते हुए तोगडिय़ा ने कहा कि हम चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर राम मंदिर के निर्माण कानून बनाकर शुरू नहीं हुआ तो हम प्रधानमंत्री भी बदल सकते हैं। हमें किसी व्यक्ति से प्रेम नहीं है। जो राम का सम्मान न कर सके वह किसी काम का नहीं है।
तोगडिय़ा ने कहा कि हम सभी लोग यह प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम राम मंदिर बनाएंगे। धारा 370 हटाएंगे। बांग्लादेशियों को भगाएंगे। सस्ती शिक्षा, सस्ता पेट्रोल, युवाओं को रोजगार ला कर ही मानेंगे। तोगडिय़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी सरकार बनने के बाद क्या आपने एक बार भी राम का नाम लिया।
प्रवीण तोगडिय़ा ने कहा कि बाबर की मंदिर तोडऩे वाली जिहादी चाल थी। हमने इस विचारधारा को अगर पराजित नहीं किया तो इस विचारधारा में पैदा हुई औलाद मोहम्मद अली जिन्ना ने देश को बांटा। इन्हीं जिहादियों की औलाद कश्मीर में पत्थर मार रही है। सेना पर सैनिकों की हत्या कर रही है। गाय की हत्या कर रही हैं। इनको मिट्टी में मिलाने के अभियान का नाम है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण।