“मुस्लिम मंच मस्जिद निर्माण की डाल रहा नींव”- प्रवीण तोगड़िया ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच पर निशाना साधते हुए कहा है कि राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ऐसा कर के मस्जिद निर्माण की नींव डाल रहा है। कुछ ही दिन पहले राजधानी लखनऊ आए तोगड़िया ने राम मंदिर को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर भी हमला किया था। उनका कहना था कि उन्होंने खुद राम मंदिर सम्बन्धी कानून का मसविदा तैयार किया है। लेकिन चूंकि सरकार अन्य कार्यों में बेहद व्यस्त है इसलिये उसे इस कानून को संसद में पारित कराना चाहिये। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या जाकर इस मसविदे को ‘रामलला’ के चरणों में रखेंगे. अक्तूबर में वे व उनके संगठन के लोग लखनऊ से अयोध्या तक ‘अयोध्या मार्च’ निकालेंगे। मंदिर निर्माण के मसविदे पर हस्ताक्षर अभियान के तहत 20 करोड़ हिन्दुओं का समर्थन लेंगे, वहीं उसके बाद इसे मोदी सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेंगे जिससे उसे संसद में पारित कराया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें ‘सबका साथ, सबका विकास‘ पर विश्वास नहीं है बल्कि ‘हिन्दू विकास‘ हमारा नारा है।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के कार्यक्रम से मिली समर्थन व कुछ ने किया अलग- राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के यह कार्यक्रम विवादों में दिख रहा है। जहां आरएसएस ने खुद को इस कार्यक्रम से अलग कर लिया है, तो वहीं यूपी सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी के कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही जा रही है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के सह संयोजक संत मुरारी दास उर्फ महिर ध्वज ने ही दो दिन पहले फैजाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी थी।
मौलाना कल्वे जव्वाद दिखे नाराज-
इधर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्वे जव्वाद ने कुछ दिनों पहले ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहना था कि आरएसएस ने ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ नाम का कोई मोर्चा बनाया है, जिसमें कुछ बेईमान लोग भी शामिल हो गये हैं। यही बेईमान लोग मुसलमानों को करीब करने के बजाय भाजपा से दूर ले जा रहे हैं।
इधर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्वे जव्वाद ने कुछ दिनों पहले ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच से नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहना था कि आरएसएस ने ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ नाम का कोई मोर्चा बनाया है, जिसमें कुछ बेईमान लोग भी शामिल हो गये हैं। यही बेईमान लोग मुसलमानों को करीब करने के बजाय भाजपा से दूर ले जा रहे हैं।