रामलीला में निभा चूंके है किरदार पत्रिका टीम से खास बातचीत करते हुए मेकअप मैन हामिद ने कहा कि लगभग 20 सालों से रामलीला में काम करता आ रहा हूँ। पहले रामलीला में अलग-अलग भूमिका में किरदार का मंचन किया करता था, लेकिन अब पथरचट्टी रामलीला में राम,सीता, लक्षण, जनक, सुनैना, हनुमान जी और अन्य कलाकारों का मेकअप करके उनका भाव प्रकट करता हूँ। कलाकारों के किरदार के हिसाब से उनके भाव को जीवंत करने का काम करता आ रहा हूँ।
बचपन से ही था रामलीला में काम करने का शौक मुस्लिम मेकअप मैन हामिद ने कहा कि जब मैं 12 साल का था तभी से ही रामलीला में काम करने करने लगा था। सबसे पहले लोकनाथ की रामलीला में सुग्रीव और भीम का पाठ किया। इसके बाद पथरचट्टी रामलीला के साथ जुड़कर मंचन किया। इसके बाद कई सालों से यहां आने वाले किरदारों का मेकअप करना शुरू किया हूँ।
किरदार में भाव जरूरी मेकअप आर्टिस्ट हामिद ने कहा कि हर किरदार के हिसाब से उसके चेहरा का भाव जरूरी होता है। इसीलिए मेकअप करने से उनके किरदार को याद करके ही मेकअप करना शुरू करता हूँ। जबतक अंदर वह भाव नहीं आएगा, तबतक मेकअप में भाव देखने को नहीं मिलता है।
आर्टिस्ट का नहीं होता कोई जाति मेकअप मैन हामिद ने कहा कि कलाकार का कोई जाति नहीं होता है। मुस्लिम हो या फिर हिन्दू कलाकार सिर्फ कलाकार होता है। कलाकार अपने कला का प्रेमी होता है।