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नाती-पोते खिलाने की उम्र में बनेंगे कई शिक्षा मित्र प्राइमरी टीचर, सिर्फ पांच साल में ही मास्सब हो जाएंगे रिटायर

locationलखनऊPublished: Jun 03, 2020 02:13:18 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया अगर पूरी हुई तो चार शिक्षा मित्र ऐसे है जो 57 वर्ष की उम्र में सरकारी नौकरी पाएंगे। और सिर्फ पांच साल ही प्राइमरी टीचर बनेंगे। मतलब पांच साल की नौकरी कर रिटायर्ड हो जाएंगे। शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है।

नाती-पोते खिलाने की उम्र में बनेंगे कई शिक्षा मित्र प्राइमरी टीचर, सिर्फ पांच साल में ही मास्सब हो जाएंगे रिटायर

नाती-पोते खिलाने की उम्र में बनेंगे कई शिक्षा मित्र प्राइमरी टीचर, सिर्फ पांच साल में ही मास्सब हो जाएंगे रिटायर

प्रयागराज. 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया अगर पूरी हुई तो चार शिक्षा मित्र ऐसे है जो 57 वर्ष की उम्र में सरकारी नौकरी पाएंगे। और सिर्फ पांच साल ही प्राइमरी टीचर बनेंगे। मतलब पांच साल की नौकरी कर रिटायर्ड हो जाएंगे। शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष है।
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने 69 हजार शिक्षक भर्ती के सभी 75 जिलों के 67,876 अभ्यर्थियों की जिलावार आवंटन सूची को वेबसाइट पर डाल दिया है। जब शिक्षामित्र शिव कुमार ने उस सूची में अपना नाम देखा तो खुशी से चौंक गए। और उनके आंखों में आंसू आ गए। सफलता तो मिली पर थोड़ी ज्यादा देर हो गई। शिव कुमार उम्र इस वक्त 57 वर्ष है। उनका जन्म 20 फरवरी 1963 को हुआ था। शिक्षा मित्र शिव कुमार को रामनगरी अयोध्या जिला आवंटित हुआ। उन्हीं के उम्र के कुछ करीबी बाबू राम (जन्मतिथि 15 जून 1963) को पीलीभीत, सुधीश सिंह (जन्मतिथि 1 जुलाई 1963) को फर्रुखाबाद और सुरेश चन्द्र (जन्मतिथि 7 जुलाई 1963) को रायबरेली जिला आवंटित हुआ है।
इसके अलावा 54 वर्ष के 11, 55 वर्ष के तीन और 56 वर्ष के तीन शिक्षा मित्रों का शिक्षक पद पर चयन होना पाया गया है। ईश कुमार फिरोजाबाद, राजेन्द्र प्रसाद यादव प्रयागराज और शिव कुमार अमेठी ने 56 साल जबकि मो. फारूक आलम सीतापुर, हरेन्द्र सिंह फिरोजाबाद और मो. सलाहुद्दीन प्रयागराज 55 वर्ष की उम्र में शिक्षक बनने का गौरव हासिल करेंगे।
वैसे तो सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अधिकतम आयुसीमा 40 वर्ष है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार शिक्षामित्रों को इससे छूट मिली है। तीन जून से छह जून तक जिलों में अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी थी। पर लखनऊ हाईकोर्ट ने परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। अब 18 जुलाई को दोबारा सुनवाई होगी तब पता चल सकेगा कि भर्ती प्रक्रिया का क्या होगा।
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