मुख्यमंत्री के सामने हुए प्रजेंटेशन में बताया गया कि पहले चरण में आवास, हॉस्टल और ओपीडी निर्माण का लगभग सारा काम हो चुका है। दूसरे चरण में 600 बेड के अस्पताल के साथ 100 सीटों वाले एकेडमिक ब्लॉक के लिए निविदा की कार्रवाई चल रही है। इस साल अप्रैल महीने से काम शुरू होने और साल 2020 के मार्च तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। ओपीडी के पदों का सृजन कर उसका प्रस्ताव संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है।
रायबरेली एम्स के अधिकारियों ने बताया कि वहां अस्थायी ओपीडी की सुविधा पूरी हो चुकी है। रजिस्ट्रेशन और डिस्पेंसरी के लिए नए ब्लॉक बनाए जा चुके हैं। अस्थायी ओपीडी में जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ईएनटी ऑर्थोपेडिक, गायनकॉलजी, डेंटल और ऑप्थेल्मॉलजी की सुविधाएं मिलेंगी। स्पेशियलिटी अस्पताल में जनरल सर्जरी (40 बेड), जनरल मेडिसिन (40 बेड), पीडियाट्रिक्स (40 बेड), ऑर्थोपेडिक्स (30 बेड), ऑप्थेलकॉलजी (20 बेड), साइकियाट्री (10 बेड), डर्मेटॉलजी (10 बेड), ईएनटी (20 बेड), ऑब्सटेरिक्स व गाइनी (60 बेड), पीएमआर (15 बेड), न्यूरॉयजी (25 बेड), सर्जिकल ऑन्कॉलजी (30 बेड), एंडोक्रिनोलॉजी (25 बेड), मेडिकल ऑन्कॉलजी (20 बेड), पीडियाट्रिक सर्जरी (20 बेड), न्यूरो सर्जरी (30 बेड), गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (25 बेड), यूरॉलजी (25 बेड), कार्डियॉलजी (30 बेड), सीटीवीएस (30 बेड), नेफ्रॉलजी (25 बेड) और इमरजेंसी (30 बेड) सहित कुल 600 बेड शामिल हैं।
सीएम को बताया गया कि अस्थायी ओपीडी सुविधा के लिए आने वाले मरीजों और उनके अटेंडेंट के लिए एक बड़े वातानुकूलित प्रतीक्षालय की स्थापना भी की गई है। इस अस्थायी ओपीडी में जो सुविधाएं मिलेंगी, उनमें जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, ईएनटी ऑर्थोपेडिक, गायनकोलॉजी, डेंटल तथा ऑप्थेल्मोलॉजी शामिल हैं। इसके साथ ही डायग्नोस्टिक्स के तहत रेडियोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और लैबोरेटरी की सुविधा भी उपलब्ध होगी। रायबरेली एम्स के हाउसिंग कॉम्पलेक्स की क्षमता 1397 होगी, जिसमें ग्राउण्ड फ्लोर के अतिरिक्त सात तल शामिल होंगे। इसके अलावा डायरेक्टर के एक बंगला सहित टाइप-2ए के 36, टाइप-2बी के 36, टाइप-2सी के 36, टाइप-3 के 18, टाइप-4 के 24, टाइप-5 के 24 आवासों कुल 175 आवासों का निर्माण किया गया है। लगभग 97 एकड़ क्षेत्रफल में तैयार हो रही रायबरेली एम्स परियोजना की लागत 823 करोड़ रुपए है।